बालोद-बालोद जिले से मानपुर मोहला होते हुए महाराष्ट्र को जोड़ने वाली नेशनल हाईवे 930 निर्माण कार्य में लगातार गुणवत्ता तथा सुरक्षा नियमो को ताक पर रखकर कार्य किये जाने के मामले लगातार सामने आए है पूरे मामले को लेकर प्रदेशरूचि ने भी लगातार खबरे प्रकाशित कर प्रशासन को आगाह किया है बावजूद इसके जहां एनएच 930 सड़क निर्माणकार्य में सुरक्षा नियमो को लगातार नजर अंदाज किया जा रहा है वही अब निर्माणाधीन सड़क निर्माणकार्य मे गुणवत्ता को लेकर सवाल खड़े होने लगे है
आपको बतादे एनएच 930 झलमला से शेरपार तक 222.86 करोड रुपए की लागत से बन रहे यह टू लेन मार्ग का निर्माण कार्य काफी तेज गति से जारी है लेकिन इस निर्माण में कई जगहों पर सड़को को खोदकर छोड़ दिया गया लेकिन व्यस्तता वाले इस मार्ग सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नही किया गया जिसके चलते रात के अंधेरे में छिटपुट घटनाएं भी सामने आ चुकी है । मामले में निर्माण कंपनी की लापरवाही सामने आई है वही जिम्मेदार विभाग भी सुरक्षा नियमो को ताक पर रखकर निर्माण कर रही कंपनी के इस लापरवाही को अनदेखी की जा रही है
दुसरीं तरफ इस निर्माण कार्य के दौरान दूसरा जो बड़ा मामला सामने आया है वह सड़क निर्माण की गुणवत्ता पर है एनएच द्वारा शहर के बाहर व ज्यादातर जगहों में पुरानी सड़क को उखाड़कर नए सिरे से सड़क का निर्माण किया जा रहा है लेकिन दुसरीं तरफ शहर के आसपास कई जगहों में पुरानी सड़क के ऊपर ही डामर की नई परत बिछाई जा रही है जिसको लेकर स्थानीय लोगो मे भी चर्चा का विषय है कि निर्माण कार्य मे गुणवत्ता को लेकर लापरवाही बरती जा रही है
मामले पर साइड मौके पर जाकर साइड इंजीनियर से भी चर्चा किया गया जिसके बाद निर्माण कंपनी के साइड इंजीनियर द्वारा एक नक्सा दिखाकर समझाने का प्रयास किया गया कि पूरा काम एनएच के एस्टीमेट के अनुसार किया जा रहा है लेकिन प्रदेशरूचि की टीम ने जब पूछा कि जिस जगह पर टॉप कोटिंग (पुरानी सड़क पर डामरीकरण) किया जा रहा है उसके क्या नियम है तो साइड इंजीनियर ने तथा विभाग के इंजीनियर ने भी बताया कि अलग अलग टीसीएस में एडजेस्टइंग डामर सरफेस पर ही हमको डामरीकरण करना है और एनएच के मैनुअल के हिसाब से ही काम हो रहा है जबकि इस मामले में पूछा गया कि क्या चिकनी सड़क पर भी बिना खुरदरा के डामर बिछाई जा सकती है तो साइड इंजीनियरों द्वारा ज्यादा कुछ बताने से बचते दिखे
“वही मामले पर एनएच 930 के कार्यपालन अभियंता से भी यही सवाल पूछा गया तो उन्होंने भी अपने विभागीय इंजीनियरों की तरह ही जानकारी दिये लेकिन चिकनी सड़क पर बिना सड़क को खुरदुरा किये सड़क पर बिछाई जा रही डामर की गुणवत्ता पर सवाल किया गया तो एनएच 930 के कार्यपालन अभियंता बी श्रीनिवास राव ने कहा कि जहां पर चिकना सरफेस है उसे खुरदुरा करने कहा गया है अगर ऐसा है तो मैं दिखवाता हूँ”
बहरहाल देखना होगा पूरे मामले में एनएच विभाग आगे इस कार्य मे आगे क्या सुधार लाती है वही सुरक्षा को लेकर बरती जा रही लापरवाही भी आम लोगों के लिए एक परेशानी का सबब बना हुआ है।
*NH930 सड़क निर्माण में बिना रायल्टी पर्ची के हो रहा मुरुम परिवहन, अवैध परिवहन पर प्रशासन मौन*