बालोद- उत्तर प्रदेश के कांशी मिर्जापुर से आये सनातन हिन्दु धर्म प्रचारक रामकथा और रामलीला मण्डली के कलाकारों द्वारा ग्राम मेढ़की के कला मंच में 30 जनवरी से 5 फरवरी तक सात दिवसीय रामलीला महोत्सव का आयोजन किया गया हैं। श्रीराम लीला महोत्सव का शुभारंभ सोमवार को ग्रामीण धनराज साहू,कमलेश श्रीवास्तव, अम्ब्रेश हिरवानी,होरीलाल गजपाल,देवेंद्र सर्वा,कामेश श्रीवास्तव, भूषण लाल श्रीवास्तव, पूषन साहू,ओंकार भारद्वाज, पदुम हिरवानी , अमोल साहू,प्रकाश साहू,ईश्वर श्रीवास्तव, लक्ष्मीनारायण साहू,श्यामलाल सर्वा सहित अन्य ग्रामीणों ने श्रीफल फोड़कर व फीता काटकर किया। पश्चात ग्रामीणों ने भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की आरती कर कार्यक्रम की शुरुआत की। श्रीराम मंडली के संचालक राजेश चौरसिया, अध्यक्ष अमरेश चौरसिया, व्यवस्थापक संदीप चौरसिया, सोनू चौरसिया गड़वड़ा धाम मीरजापुर (उत्तरप्रदेश) व टीम द्वारा कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है।
ग्राम मेढ़की में 7 दिवसीय रामलीला का मंचन
ग्राम मेढ़की में उत्तरप्रदेश की रामलीला मंडली द्वारा 30 जनवरी से सात दिवसीय रामलीला महोत्सव चल रहा है। प्रतिदिन रात साढ़े 7 बजे से 10 बजे तक रामलीला का मंचन किया जा रहा है। ग्राम मेढ़की में पहली बार रामायण प्रचारक मंडल काशी उत्तरप्रदेश द्वारा आकर्षक रामलीला की प्रस्तुति दी जा रही है। सोमवार को दशरथ पुत्र प्राप्ति यज्ञ व रामजन्म का मंचन किया गया। 31 से 5 फरवरी तक मुनी आगमन, ताड़का वध, मारीच वध, सुबाहु वध, धनुश यज्ञ, रावण-बाणासुर संवाद, लक्ष्मण कोप, परसुराम-लक्ष्मण संवाद, सीता-राम विवाह, मंथरा-कैकयी संवाद, दसरथ-कैकयी संवाद, राम वनवास, सूर्पणखा नाक छेदन, सीता हरण ,शबरी बहुत एव श्री राम हनुमान भेंट, राम-सुग्रीव मित्रता, बाली वध, लक्ष्मण शक्ति, राम विलाप, कुंभकरण वध, मेघनाथ वध, रावण वध और 5 फरवरी को श्रीराम राज्याभिषेक का मंचन के साथ ही समापन किया जाना है।
राम चरित्र मानस का जन जन तक प्रचार प्रसार कर लोगों को धर्म परायणता के प्रति जागरूक करना मुख्य उद्देश्य
रामलीला समिति के संचालक राजेश चौरसिया ने बताया कि वे पिछले 25 वर्षों से रामलीला महोत्सव का आयोजन कर रहे हैं। राजस्थान, उत्तरप्रदेश, गुजरात, बिहार, मध्यप्रदेश, में रामलीला का मंचन कर चुके हैं। पिछले दस वर्षों से छत्तीसगढ़ के गांव गांव में रामलीला महा उत्सव का आयोजन कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि इसका मुख्य उद्देश्य राम चरित्र मानस का जन जन तक प्रचार प्रसार कर लोगों को धर्म परायणता के प्रति जागरूक करना है। श्री चौरसिया ने आगे बताया कि गांव व क्षेत्र वालों के सहयोग से यह आयोजन करते हैं। और जो चढ़ोत्तरी आती है, उसी से जीवन बसर करते हैं। रामलीला समिति में सुरेंद्र व्यास,कमला शंकर चौरसिया, कमला शंकर रंगीलाल,राहुल चौरसिया,मोतीलाल पाल पंकज आदि शामिल हैं।