
बेटियो ने निभाई बेटो की जिम्मेदारी..अपने पिता के अंतिम यात्रा में कंधा देकर किए अंतिम संस्कार
बालोद।बेटियां अब बेटो से कम नहीं है। वक्त के साथ बेटियां भी हर वह काम कर रही है, जो सिर्फ बेटे ही करते थे। वक्त के साथ समाज की सोच भी बदल रही है। बेटियां पिता की अर्थी को कंधा देने के साथ मुखाग्नि दे रही हैं। ऐसा ही नजारा सोमवार को बालोद के…