छत्तीसगढ़ में सबसे पहले बालोद जिले में शुरू हुआ चेस इन स्कूल प्रोग्राम.. भारतीय चेस एसोसिएशन के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी पहुंचे बालोद और कहा….
बालोद- जीवन मे आपके द्वारा बढ़ाया गया एक कदम जिसे आप वापस नही ले सकते इसलिए कदम को बढ़ाने से पहले सोचो..ऐसे कई सुविचार जो सतरंज ही हमे सिखाती है….और इसीलिए बौद्धिक विकास के लिए शतरंज को सबसे बेहतर गेम भी माना जाता है…और अब इससे स्कूली बच्चो को जोड़ने पहली बार चेस इन…