बालोद- बालोद जिले के जुंगेरा रानीतराई मार्ग में आयोजित शिव महापुराण में न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि दीगर राज्यो से भी लाखों के संख्या में भक्तों का तांता लगा हुआ है। इस शिवमहापुराण का आयोजन 25 अगस्त से प्रारंभ हुआ लेकिन इसके 2 दिन पूर्व से ही इस शिवमहापुराण को सुनने बड़ी संख्या में लोगो के पहुंचने का सिलसिला प्रारंभ हो गया था। लेकिन इतने ज्यादा संख्या में अचानक भीड़ पहुंचने से पुलिस विभाग और कथा आयोजको की व्यवस्था धरी की धरी रह गई पुलिस ने यातायात व्यवस्था के दबाव को कम करने बडे वाहनों को बालोद डौंडी लोहारा मार्ग पर आवाजाही पूरी तरह बंद भी कर दी गई लेकिन स्थानीय लोगो के आवाजाही को लेकर पुलिस प्रशासन और आयोजन समिति द्वारा किसी तरह की व्यवस्था नही की गई महज 2 सौ मीटर की दूरी तय कर शहर तक आने व मेडिकल कार्य से आने वालों को भी पुलिस के फटकार का सामना करना पड़ रहा दूसरी तरह इस अव्यवस्था से आयोजन समिति ने भी मुंह मोड़ ली है।
पाररास से बालोद आने जाने पर पुलिस में लगाई रोक
आपको बतादे पाररास बालोद जिला मुख्यालय के नगर पालिका का वार्ड क्रमांक 01 और 20 कहलाता है लेकिन इस वार्ड के लोगो को अपने आवश्यकता शासकीय निजी नौकरी, स्कूल के लिए शहर की ओर आना पड़ता है आने के समय पुलिस कर्मियों से जद्दोजहद कर किसी तरह शहर के भीतर तो पहुंच जाते है लेकिन जब वापस लौटते है तो उन्हें पाररास बायपास के पास रोक दिया जाता है और किसी तरह जाने का प्रयास किये जाने पर पुलिस कर्मी और अन्य सेवा के नाम पर लगे लोगो द्वारा बदसलूकी की जाती है
मरीजो को भी नही राहत
आपको बतादे जिला मुख्यालय में शिवमहापुराण के दौरान भीड़ को व्यवस्थित करने में नाकाम आयोजक समिति और प्रशासन अपनी नाकामी का भड़ास निकालने में मरीजो को भी नही छोड़ रहे है। शनिवार को एक महिला को परिवार के लोगो के।माध्यम से अपने उपचार के लिए बालोद के एक निजी चिकित्सक तक पहुंच गए लेकिन जब चेकअप के बाद वापस लौटे तो पुलिस के कर्मचारियों और यातायात विभाग के एक जिम्मेदार अधिकारी और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक द्वारा आगे जाने नही दिया महिला करीब एक घण्टे तक उमस भरी गर्मी में सड़क पर ही निकलने का इंतजार करती रही पुलिस के कर्मचारियों को बताने के बावजूद महज 2 सौ मीटर दूरी पर स्थित घर जाने नही दिया गया । और लगातार गर्भवती महिला को बाइक पर ले जा रहे युवक के साथ पुलिस के अधिकारी अपना रौब दिखाते नजर आए।
पुलिस और आयोजन समिति के अव्यवस्था के चलते स्थानीय पत्रकारो में भी रोष है आपको बतादे मामले पर आयोजन के पहले दिन कथास्थल तक पहुंचने पत्रकारो को पास तो जारी किया गया लेकिन पुलिस द्वारा पत्रकारो को आयोजन स्थल से करीब 2 किलोमीटर दूर रोक दिया गया मामले की जानकारी बालोद पुलिस अधीक्षक को भी दी गई लेकिन व्यवस्था में कोई सुधार नही हुआ वही आयोजन समिति के जिम्मेदार भी इन समस्याओं को नजरअंदाज करते दिखे वही बालोद बायपास के पास स्थानीय लोगो सहित पत्रकारो को कवरेज के लिए आवाजाही में आ रही दिक्कत को लेकर बालोद एडिशनल एसपी शुशील नायक को उक्त स्थान पर आ रहे समस्या से अवगत कराया गया तो एडिशनल एसपी द्वारा समस्या का समाधान करने के बजाय रात को 8 बजे तक किसी भी प्रकार से ढील नही दे सकने की बात कहते नजर आए।
बड़ा सवाल
बालोद पुलिस द्वारा व्यवस्था के नाम पर बीते दो दिनों से जिस तरह आम लोगो की समस्याओं को भी नजरअंदाज करते दिखी है इससे आम लोगो मे काफी आक्रोश नजर आ रहा है दूसरी तरफ शिवमहापुराण के दौरान इस अव्यवस्था पाररास के आसपास स्कूली वाहन भी बंद चुका है जिसके चलते अधिकांशतः बच्चो की स्कूल भी बंद कर दी गई है। लेकिन इन गंभीर समस्याओं पर आयोजन समिति के जिम्मेदार भी किसी तरह का कोई प्रतिक्रिया नही दिए समिति के अध्यक्ष भगवती मोहित साहू को भी कई बार कॉल कर संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन लोगों की समस्या से बेखबर और अपनी भक्ति में लीन जिम्मेदार आयोजन समिति के पदाधिकारियों द्वारा काल का भी जवाब नही दिया गया ।
पंडित प्रदीप मिश्रा का बालोद जिला मुख्यालय में हुआ आगमन…. पुष्प वर्षा कर किया गया स्वागत….
शिवमहापुराण जैसे बड़े आयोजन किसी एक व्यक्ति या संस्था के द्वारा पूर्ण हो पाना संभव नही है लेकिन ऐसे समाजसेवी संस्थाओं का इस आयोजन में कितना योगदान जिसे भी आयोजन समिति द्वारा अनदेखी किया जा रहा जिसे लेकर ऐसे समाजसेवी संस्थाओं में भी नाराजगी देखी जा रही है मामले से।जुड़ी पूरी खबर के लिए पढ़ते रहे प्रदेशरूचि
One thought on “*शिवमहापुराण के दौरान बीमार व दिव्यांग लोगो को करना पड़ रहा पुलिसिया बदसूलुकी का सामना…..लोगों की समस्याओं से बेखबर आयोजन समिति अपनी भक्ति मे लीन*”