बालोद- बालोद जिले में इस वक्त जहां मानसून की दस्तक के बाद किसान अब अपने खेतों की ओर रुख करने लगे है वही इन्ही किसानों की जमीन को किसानों को अंधेरे में रखकर भूमाफिया अवैध प्लाटिंग कर रहे पहले भी प्रदेशरूचि ने अवैध प्लाटिंग के मामले को लेकर लगातार खबर प्रकाशित कर शासन प्रशासन का ध्यान आकर्षित करने का प्रयास किया और कुछ अवैध प्लाटिंग पर कार्यवाही भी हुई जिसके बाद भूमाफियाओं ने अपने काम का तरीका बदल दिया और कुछ ऐसे भी है जो पत्रकारों की खबरो को दबाने खुद अख़बारो की एजेंसी लेकर पत्रकारिता के आड़ में जिम्मेदारों पर दबाव बनाने का प्रयास कर रहे है यही नही जब बात इतने में भी नही बनी तो राजनीतिक हस्तियों के माध्यम से अधिकारियों पर दबाव बनाने का प्रयास भी किया जा रहा है वही आपको बतादे भूमाफियाओं द्वारा किये जा रहे अवैध प्लाटिंग की खबर पर जब पूर्व कलेक्टर ने नकल पर ही रोक लगा दी थी तो जमीन कारोबार से जुड़े लोग कुछ पत्रकारों के खिलाफ झूठी शिकायत करने का भी प्रयास किया गया लेकिन इसमे भी सफलता नहीं मिलने पर सोशल मीडिया को हथियार बना अपना गुस्सा सोशल मीडिया के माध्यम से दिखाने का प्रयास करते दिखे
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अवैध प्लाटिंग के खिलाफ क्षेत्रीय विधायक भी सख्त
आपको बतादे बालोद जिला मुख्यालय के पाररास, बघमरा मेड़की गंजपारा,(औराभाटा रोड),कुंदरुपारा सिवनी हीरापुर,झलमला,देवारभाट, पाकुरभात सहित गुरुर क्षेत्र में लगातार चल रहे अवैध प्लाटिंग को लेकर विधायक संगीता सिन्हा व पूर्व विधायक भैयाराम सिन्हा ने भी पूर्व में नाराजगी जाहिर कर चुकी है वही तत्कालीन कलेक्टर को भी अवैध प्लाटिंग के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग किये थे जिसके बाद से प्रशासन ने भी नकल पर रोक लगा दी है
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जिस खसरे को प्रशासन ने अवैध प्लाटिंग की दी नोटिश उन्हें ही नकल जारी करने की हो रही तैयारी
आपको बतादे बालोद जिला मुख्यालय से लगे कुछ पटवारी हल्के में अवैध प्लाटिंग को लेकर राजस्व विभाग ने कुछ जमीन मालिको को अवैध प्लाटिंग की नोटिस दिए थे लेकिन हाल ही में कुछ पटवारी हल्को में भूमाफियाओं द्वारा अपने विवादित हल्को से नकल जारी कराने का दबाव बनाने की भी सुगबुगाहट तेज हो गई थी वही मामले पर एक पत्रकार द्वारा जब नकल दिए जाने की जानकारी संबंधित पटवारी से मांगी गई तो उनके द्वारा भी ऐसे प्लाटों पर नकल नही दिए जाने की बात कही गई
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बालोद जिला मुख्यालय के बाद झलमला में भूमाफियाओं का दबदबा..अवैध प्लाटिंग पर शिकंजा कसने प्रशासन विफल
आदिवासी जमीन की अवैध प्लाटिंग पर डौंडीलोहारा राजस्व विभाग मौन
जिला मुख्यालय के अलावा डौंडी लोहारा के बटेरा चौक में बड़े पैमाने पर अवैध प्लाटिंग का कार्य पिछले 6 माह से किया जा रहा है जिसकी जानकारी सम्बंधित एसडीएम व तत्कालीन तहसीलदार को भी दी गई थी लेकिन उक्त अवैध प्लाटिंग को लेकर आज तक कोई कार्यवाही नही करना डौंडीलोहारा जिम्मेदारों की कार्यशैली पर सवाल खड़े करती है मामले पर एक ओर भूमाफियाओं द्वारा लगातार विभाग के संबंधित जिम्मेदारो से नकल भी जारी करवाया जा रहा है और आदिवासी जमीन को धड़ल्ले से बिक्री किया जा रहा है बिना रेरा व कॉलोनाइजर लाइसेंस के इतने बड़े जमीन पर अवैध प्लाटिंग किये जाने के बाद भी प्रशासन का ध्यान नही जाना माफियाओं के साथ सांठगांठ की ओर इशारा करता है
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अवैध प्लाटिंग से किसानों को भी दिक्कत
आपको बतादे बालोद जिले में जहां भू माफिया अवैध प्लाटिंग के कारोबार कर रहे है वही इनके द्वारा इन प्लाटों में बनाये जा रहे सड़को पर भी अपना मालिकाना हक जताया जाता है ऐसी स्थिति में अवैध प्लाट के पीछे लगे किसानों को अपनी जमीन पर जाने के लिए कोई रास्ता नही दिया जाता अगर किसान रास्ते की मांग भी करले तो भूमाफिया अपनी दबंगई से उन्हें डराते धमकाते नजर आते है जबकि शासन द्वारा जारी गाइडलाइंस के अनुसार किसी भी व्यवसायिक प्लाट या कालोनी निर्माण के लिए उपयोग की जा रही जमीन मालिक को किसानों को अपने खेतों तक जाने के लिए रास्ता दिया जाना आवश्यक है इस मामले में भी रायपुर नया रायपुर में कई भमाफ़ियाओ की जमीन के मामले आज न्यायालय व राजस्व न्यायालय में अटके हुए है तो कई मामलों में किसानों को रास्ते उपलब्ध कराने के निर्देश भी जारी हो चुके है जिसका भी खुलासा प्रदेशरूचि अगले खबर में करेगी।
अवैध प्लाटिंग के बाद रास्ते को अपना जागीर समझने वाले माफियाओं पर किस एक्ट के तहत हो सकती है कार्यवाही जल्द ही इन विषयों पर भी होगा खुलासा…पढ़ते रहे प्रदेशरूचि