बालोद- बालोद जिले में में अवैध प्लाटिंग मामले में जहाँ स्थानीय प्रशासन लगातार मामलों में सिर्फ खाना पूर्ति करते नजर आई है वही अब को लेकर दुर्ग संभाग के कमिश्नर महादेव कांवरे से भी की गई मामले पर कमिश्नर ने भी जांच की बात कहते नजर आए है
खेत मे बस रहा कालोनी पटवारी भी दे रहे नकल
बालोद जिले में अवैध प्लाटिंग में जुड़े मामले को लेकर प्रदेशरूचि ने लगातार खबर प्रकाशित की है जिसमे हाल ही में डौंडीलोहारा के बटेरा चौक के अलावा बालोद जिला मुख्यालय से लगे मेड़की बघमरा और पाररास मेन रोड के किनारे खेत मे ही अवैध रूप से नगर बसाने की कयावद की जा रही है लेकिन खबर प्रशासन के जो तथ्य सामने आए उसमें साफ जाहिर होता है कि अवैध प्लाटिंग के पटवारियों की अहम रोल है आपको बतादे बघमरा और पाररास मुख्यमार्ग में अवैध प्लाटिंग को लेकर खबर प्रकाशित होने के बाद उसी जमीन की नकल दे दी गई यही नही बकायदा इस जगह पर जमीन कारोबारियों द्वारा गणपति नगर के नाम से बोर्ड भी चस्पा कर दिया गया जबकि इससे पहले भी बालोद जिला मुख्यालय स्थित रेलवे कॉलोनी के पास इसी नाम से तथा बघमरा में भी इसी नाम से प्लाटिंग का काम धड़ल्ले से किया जा रहा है लेकिन प्रशासन मामले पर खामोश बैठी हुई है
जिला पंचायत के सामान्य सभा मे भी गूंज चुका है मामला
आपको बतादे बालोद जिले में अवैध प्लाटिंग से जुड़ा मामला कई बार जिला पंचायत में भी गूंज चुका है जिला पंचायत सदस्य पुष्पेंद्र चंद्राकर ने बताया कि पिछले बैठक में अवैध प्लाट कटींग का मामला उठा था राजस्व विभाग के अधिकारी से पुष्पेंद्र चन्द्राकर ने सवाल किया था बालोद ज़िला में कितने अवैध प्लाटिंग हुवा है लेकिन ज़िला पंचायत के पालन प्रतिवेदन से गायब है जिससे साफ जाहिर होता है कि बालोद जिले में प्रशासन अवैध प्लाटिंग को लेकर गंभीर नजर नही आ रहा है
बिना लाइसेंस खेतो में बस रहा नगर लेकिन प्रशासन की नही खुल रही आंख
बालोद जिले में जमीन कारोबारियों के हौसले इस कदर बुलंद है न इनके पास कॉलोनाइजर लाइसेंस न रेरा (रियल एस्टेट रेगुलेटरी एक्ट) में पंजीयन है इसके बाद भी बालोद जिले में खेतों में अवैध नगर/ कालोनी बसाने का खुला खेल किया जा रहा है लेकिन इस ओर प्रशासन की घ्यान नही जाना प्रशासन की कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़े करता है वही अब मामले को लेकर जिले के एक जनप्रतिनिधि द्वारा रायपुर रेरा कार्यालय में शिकायत की तैयारी कर रही है
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