बालोद- सरपंच संघ द्वारा अपने 13 सूत्रीय मांगो को लेकर किये जा रहे आंदोलन भले ही प्रदेश सरपंच संघ के निर्देशन में आंदोलन को किये जाने की बात कही जा रही है लेकिन यह आंदोलन अब सरपंच संघ नही बल्कि भाजपा समर्थित वर्सेस कांग्रेस समर्थित सरपंचो के बीच बंट चुका है प्रदेशरूचि ने पहले ही इस आंदोलन में सरपंचो में ही दो फाड़ होने की बात पर खबर प्रकाशित कर चुकी है खबर प्रकाशन के बाद जिला सरपंच संघ और प्रदेश सरपंच संघ ने भी कलम बंद काम बंद आंदोलन में अपना समर्थन नही होने की बातों पर मुहर लगा चुकी है वही यह बात सामने आने के बाद कुछ ब्लाक अध्यक्षो ने इसे ब्लाक स्तर पर आंदोलन किये जाने की भी बाते कही थी लेकिन आज इससे भी पर्दा उठ चुका है
आंदोलन से अलग हुए बालोद ब्लाक के सरपंचो का पत्र
क्योंकि आज जब एक ओर बालोद बस स्टैंड में बालोद ब्लाक के सरपंच संघ अपनी मांगो को लेकर आंदोलन कर रहे थे और इस सरपंच संघ द्वारा आयोजित धरना प्रदर्शन में भाजपा नेताओं ने भी इसका समर्थन करते हुए धरना स्थल पर पहुंचकर सरपंचो की लड़ाई को अपना समर्थन दे रहे थे वही दुसरीं तरफ बालोद ब्लाक के ही दर्जनभर से ज्यादा सरपंचो ने इस आंदोलन में अपना समर्थन नही देने की बात कहते नजर आये
आंदोलन से अलग बालोद ब्लाक के सरपंचो ने क्या कहा देखे ये वीडियो 👇👇👇
इन सरपंचो कि माने तो इनकी मांगो को लेकर प्रदेश नेतृत्व पहले ही पंचायत मंत्री से मिलकर चर्चा कर चुके है और मंत्री ने भी सरपंच संघ के मांगो पर 10 दिनों में प्रदेश के मुख्यमंत्री से चर्चा कर पूरा करने का आश्वासन दे चुके है जिसके बाद प्रदेश अध्यक्ष ने किसी भी तरह के आंदोलन का ऐलान नही किया वही वर्तमान में जारी आंदोलन को राजनीति से प्रेरित आंदोलन बताते नजर आए बहरहाल देखना होगा सरपंच संघ द्वारा जारी आंदोलन अब आगे कितने दिनों तक चल पाती है और इस आंदोलन में कितने सरपंच अडिग रह पाते है क्योंकि प्रदेशरूचि को मिली जानकारी के अनुसार अगले कुछ दिनों में इस आंदोलन में शामिल कुछ और पंचायतों के सरपंच अपनी वापसी कर सकते है
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