बालोद – बालोद जिले में अवैध प्लाटिंग का कारोबार इस कदर फल फूल रहा है की जमीन कारोबार से जुड़े लोगो के मन में अब प्रशासन का बिल्कुल भी डर नही बचा प्रदेशरुचि लगातार माफियाओं की ऐसे ही मनमानी पर खबर प्रकाशित कर रही है जैसा कि शनिवार को प्रकाशित खबर में लगी तस्वीरों में साफ दिख रहा था जिस प्लाट पर प्लाटिंग की जा रही है प्लाट के चारो तरफ हाईटेंशन बिजली के तार गुजरी हुई है ऐसे में कोई प्लाट ले भी लेता है तो आगे किस तरह की समस्यायों का सामना करना पड़ सकता है।
वही बालोद जिला मुख्यालय से लगे पाररास और कुंदरुपारा के पास ऐसा ही एक मामला सामने आया जहां पर भूमाफियाओं द्वारा अवैध प्लाटिंग के लिए शासकीय लाइनिंग नहर पर खुद का निजी पक्का पुल निर्माण कर उसमे से सड़क मार्ग बनाया जा रहा है आपको बतादे पूर्व में इसी जमीन पर इन जमीन कारोबारियों द्वारा गोल पाइप डालकर सड़क निर्माण किया गया था मामले पर खबर प्रशासन के बाद प्रशासन ने इस पुल पर बुलडोजर चलाकर तोड़ दिया था लेकिन कुछ माह बाद इन जमीन कारोबारियों का हौसला इतना बुलंद हो गया इस बार सीमेंट कांक्रीट से पक्का पुल निर्माण कर प्रशासन को खुली चुनौती दे डाली । आपको बताते इस जगह प्लाटिंग में लिप्त कारोबारियों का पूर्व सरकार में एक कद्दावर नेता व पूर्व मंत्री से काफी नजदीकी होने का दावा किया जा रहा था लेकिन सत्ता परिवर्तन के बाद अब इन अवैध प्लाटिंग में लिप्त कारोबारियों को किस नेता का सरंक्षण मिला ये एक बड़ा सवाल है। क्या बालोद जिले में अवैध प्लाटिंग का खेल कभी बंद हो पाएगा ये प्रशासन के लिए भी सवाल है।
आपको बतादे 19 जनवरी के आसपास बालोद नगर पालिका और राजस्व विभाग की टीम जिला मुख्यालय में वर्षो पहले हुए अवैध प्लाटिंग पर बुलडोजर चलाकर वाहवाही लूटने का प्रयास जरूर किए थे लेकिन इनके बुलडोजर अभियान में माफियाओं को कम आम लोगो को ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। क्योंकि भूमाफिया धीरे धीरे कृषि जमीन को आम लोगो को बेचकर निकल जाते है लेकिन प्रशासन की कार्यवाही जब शुरू होती है तो इसका खामियाजा आम लोगो को भुगतना पड़ता है। जबकि अवैध प्लाटिंग जारी होने के बाद इन्ही विभागो के कर्मचारियों के माध्यम से नकल रजिस्ट्री और प्रमाणीकरण का खेल चलता है जिसमे राजस्व,स्थानीय पालिका,ग्राम पंचायत,नगर निवेश,रजिस्ट्रार कार्यालय के अधिकारी कर्मचारियों के जानकारी में पूरा अवैध प्लाटिंग का कारोबार संचालित होता है ।
बिना परिवर्तित तथा परिवर्तित भूमि पर चलता है अवैध प्लाटिंग का पूरा खेल
बालोद जिले में जमीन कारीबारियो द्वारा किसानो की जमीन को प्रति एकड़ के हिसाब से सौदा कर इसे बिना परिवर्तित तथा बिना मास्टर प्लान के मंजूरी के सीधे आम लोगो को वर्ग फीट के हिसाब से बेचते है जिससे भूमाफिया एक एक जमीन पर लाखो में आय अर्जित करते है लेकिन बाद में आम लोगों को अपने मकान निर्माण के लिए विभागो के चक्कर काटने तथा मूलभूत सुविधाओं के लिए कई तरह के दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। वही जिले में कई जमीन कारोबारी डायवर्शन प्लाट के नाम पर शासन को खुला चुनौती तो देते है राजस्व को भी क्षति पहुंचाकर खुद मोटी कमाई कर आम लोगो को मुसीबत में डालने का काम कर रहे है ये जमीन कारोबारी एक बड़े भूखंड को अपने किसी नजदीकी के नाम पर खरीदकर उसमे खुद के मकान निर्माण के नाम पर पूरे जमीन का डायवर्शन करा लेते है
उसके बाद आम लोगो को डायवर्शन प्लाट बताकर उसी जमीन को दुगुने तिगुने दामों पर बेचते है । और इस कार्य में पंजीयन विभाग से लेकर राजस्व और स्थानीय निकाय की एक बड़ी संलिप्तता होती है जिसके चलते बालोद जिले में अवैध प्लाटिंग करने वालो के खिलाफ आज तक कोई ठोस कार्यवाही नही हो पाई बहरहाल जिले के सभी विकासखंडो में यही स्थिति है आवासीय प्लाट के नाम पर आम लोगो से धोखाधड़ी का खुला व्यापार प्रशासन के नाक के नीचे संचालित हो रहा है । लेकिन इस पर कार्यवाही कब होगा यह आने वाला समय ही बता पाएगा।…अवैध प्लाटिंग से जुड़े अपडेट्स के लिए पढ़ते रहे प्रदेशरुचि……✍️✍️✍️✍️