बालोद – बालोद जिले के शिक्षा विभाग अंर्तगत करीब एक माह पूर्व एक संकुल समन्वयक का शर्मनाक हरकत का मामला सामने आया था,मामले में डौंडी लोहारा ब्लाक के एक स्कूल की शिक्षिका ने अपने ही संकुल समन्वयक पर छेड़छाड़ करने की शिकायत की थी लेकिन मामले में पीड़िता की शिकायत को शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों से लेकर पुलिस विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों ने ठंडे बस्ते में डाल दिया जिससे परेशान होकर पीड़ित शिक्षिका ने जहरीले पदार्थ का सेवन कर अपनी जान देने की कोशिश की है। हालाकि समय रहते इलाज से महिला शिक्षिका के स्वास्थ्य में अब सुधार आ रहा है। लेकिन शिक्षिका के इस कदम ने जिम्मेदारों के मंशा पर सवाल खड़े कर दिए है।
दरअसल पिछले माह करीब 14 अक्टूबर को डौंडी लोहारा ब्लाक के एक स्कूल में पदस्थ महिला शिक्षिका ने शिकायत में बताया था कि संकुल समन्वयक गैंदलाल साहू के खिलाफ डौंडी लोहारा थाने में शिकायत की थी..लेकिन मामला शिक्षा विभाग से जुड़े होने के कारण मामले में कोई कार्यवाही नहीं की जिसके बाद शिक्षिका ने बालोद जिला शिक्षा कार्यालय में मामले की लिखित शिकायत की जिस पर बालोद जिला शिक्षा अधिकारी मुकुल के पी साव ने इस घटना पर महिला प्राचार्यो की जांच समिति गठित कर दी और रिपोर्ट के बाद आरोपी शिक्षक के खिलाफ आगे कार्यवाही की बात कही जा रही थी! मामला यहां ठंडे बस्ते में जाते देख महिला के पति ने 27 अक्टूबर को शिक्षा विभाग के दुर्ग संभागीय कार्यालय में भी शिकायत की जिसमे शिक्षिका पर मामला वापस लेने का दबाव बनाए जाने से शिक्षिका मानसिक रूप से परेशान होने की बात कही गई थी लेकिन इसके बाद भी मामले पर शिक्षा विभाग ने कोई कार्यवाही नहीं की जिससे परेशान होकर महिला शिक्षिका ने जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिए और महिला का डौंडीलोहारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उपचार किया गया।
पुलिस ने भी मामले पर आधी चुप्पी
सोमवार को जब महिला द्वारा जहरीले पदार्थ सेवन का मामला सामने आने के बाद आरोपी शिक्षक को डौंडीलोहारा थाने में लाए जाने की जानकारी मिली जिसके बाद इस मामले में जानकारी को लेकर डौंडीलोहारा थाना प्रभारी से पूछने पर बताया कि अभी इस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई जब होगी तो आपको बता देंगे कहते हुए फोन काट दिया गया लेकिन मामले पर कार्यवाही की जानकारी को लेकर लोहारा थाना प्रभारी को जब दोबारा काल किया गया तो थाना प्रभारी द्वारा काल रिसीव करना बंद कर दिया गया
वही मामले पर पीड़ित शिक्षिका एवं उनके पति से चर्चा करने पर बताए की मामले को लेकर हम लोग परेशान हो चुके है शिकायत के बाद कई बार पुलिस थाने के चक्कर काटे लेकिन थाना प्रभारी द्वारा महज जांच किया जा रहा करके मामला को टालने का आरोप लगाए वही पीड़िता के पति ने मामले में लोहारा थाना प्रभारी की भूमिका को संदिग्ध बताते हुए उनके द्वारा मामला को दबाने का प्रयास किए जाने की बात कहे तथा महिला जब इन सबसे परेशान होकर ये आत्मघाती कदम उठाए तो थाना प्रभारी द्वारा महिला को बताया गया की मैडम आप थाने आकर हस्ताक्षर कर दीजिए हम लोग आरोपी को गिरफ्तार कर लिए जबकि मामले पर थाना प्रभारी से प्रदेशरूची के द्वारा बात किए जाने पर गिरफ्तारी की बातो से इंकार करते दिखे जिस पर भी थाना प्रभारी का यह कार्यशैली सवालों के घेरे में है।
महिला बाल विकास मंत्री के गृह नगर में महिला को नही मिल रहा न्याय
आपको बतादे ये पूरा मामला बालोद जिले के डौंडी लोहारा विधायक व पर प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया की गृह नगर है और मंत्री के गृहनगर में ही एक महिला शिक्षिका को न्याय के लिए दर दर भटकने के लिए मजबूर होना पड़ रहा तथा न्याय मिलने के बजाय मामला वापस लेने दबाव बनाए जाने से परेशान होकर महिला को आत्महत्या जैसे कदम उठाने पड़ रहे है जिससे महिला सुरक्षा से लेकर जिम्मेदारों के जवाबदेही पर सवाल उठने लगा है। बहरहाल देखना होगा अपने ही विभाग के अधिकारी से प्रताड़ित महिला शिक्षिका को न्याय कब तक मिल पाता है।
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