बालोद-जिले के कलेक्ट्रेट कार्यलय में ऊपरी तल पर आम लोगों के अलावा यहां पर तैनात कर्मचारियों की सुविधा के लिए बने शौचालय स्वच्छ भारत मुहिम को चिढ़ा रहे हैं। शौचालय नियमित देखरेख एवं सफाई न होने के कारण बदहाल हो कर बदबू आने लगी है। प्रशासनिक कार्यालय में शौचालय की हालत बेहद खराब है।
कलेक्ट्रेट कार्यलय के ऊपरी तल में प्रशासनिक अधिकारियों से संबंधित स्टाफ के कमरे हैं। ऊपरी तल में आम लोग एवं अधिकारियों की सुविधाओं के लिए शौचालय तो बने हैं। लेकिन शौचालय की साफ-सफाई की ओर किसी का ध्यान नहीं जा रहा है।जिसके कारण बदबू उठने लगी है आम लोग सबंधित विभाग के कर्मचारी मुह में रुमाल रखकर लधुशंका जाने को मजबूर हैं।
कलेक्ट्रेट परिसर के द्वतीय तल में स्थित जनसपंर्क कार्यलय के आगे में बने शौचालय गंदगी होने से बदबू आने लगी है। इस शौचालय की स्थिति देखकर आप खुद अचरज में पड़ जाएंगे। शौचालय में पसरे गंदगी को देखकर ऐसा लग रहा है कि बनने के बाद से इसकी साफ-सफाई नहीं की गई। सिर्फ शौचालय निर्माण कर देने से नहीं साफ-सफाई की ओर भी ध्यान देने की जरुरत है। सवाल उठता है कि आखिर यह जिम्मेदारी किसकी है। यह जिला प्रशासन को तय करना होगा।