बालोद- बालोद जिले में अवैध रेत उत्खनन करने के मामले लगातार सामने आ रही है लेकिन अब तक खनिज विभाग द्वारा कार्यवाही करने से बचती आ रही हैं इससे यह साफ हो जाता हैं कि जिले में चल रहे अवैध रेत उत्खन्नन में खनिज विभाग और रेत माफिया की मिलीभगत हैं। सलौनी में विगत माह रेत उत्खन्नन बंद करने की मांग को लेकर सैकड़ो ग्रामीणों ने खनिज विभाग के कार्यलय का धेराव किया था। जिस पर खनिज विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगी हैं।
जिले के गुंडरदेही के ग्राम कमरौद स्थित तांदुला नदी का सीना छलनी कर अवैध रेत उत्खनन कर अन्य स्थानों पर टेक्टरों से परिवहन किया जा रहा हैं। इसी तरह जिले के अरौद सहित अन्य जगहों पर भी नदी के भीतर बहते नदी के बीच से चैन माउंटेन मशीन लगाकर लगातार रेत खनन की शिकायत मिलने के बावजूद जिला खनिज विभाग द्वारा रेत ठेकेदारों के खिलाफ कार्यवाही करने के बजाय इन्हे मौन सहमति के रूप में अपना सरंक्षण दिए हुए है जिसकी नाराजगी अब ग्रामीणों के चेहरे पर दिखने लगी है ।
कमरौद के ग्रामीणों ने 14 टैक्टर मालिको के खिलाफ कार्यवाही करने कलेक्टर को सौपा ज्ञापन
बालोद जिले के गुंडरदेही ब्लाक के ग्राम कमरौद स्थित तांदुला नदी से अवैध रेत उत्खन्नन रोकने और 14 टैक्टर मालिको के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग को लेकर बुधवार को ग्राम कमरौद के सैकड़ों ग्रामीणों ने जिला मुख्यालय के जय स्तंभ चौक से 4 किमी पैदल चलकर कलेक्ट्रेट पहुचकर कलेक्टर को ज्ञापन सौपा हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि कमरौद स्थित तांदुला नदी में ग्राम अर्जुन्दा के 14 टैक्टर मालिको में भूषण चतुर्वेदी, देवानंद ,पिलेश्वर साहू,बलराम साहू,हेमदास साहू,दयानंद साहू,चोवराम कवर,रामेश्वर यदु,बंटी निषाद, अरुण साहू,पुनाराम,नागेंद्र साहू द्वारा अवैध रूप से रेत उत्खन्नन कर टेक्टरों से परिवहन कर दूसरे स्थानों में ऊंचे दामों में बेचा जा रहा हैं। ग्रामीणों द्वारा टैक्टर मालिको को अवैध रेत उत्खन्नन बंद करने की गुहार लगाई गई थी लेकिन टैक्टर मालिको के हौसले इतने बुलंद है कि ग्रामीणों की गुहार को नजरअंदाज करते हुए तांदुला नदी से दिन और रात में रेत उत्खन्नन कर धडल्ले से परिवहन किया है रहा हैं। ग्रामीणों ने बताया कि ऐसी स्थिति रही तो गांव का महौल बिगड़ सकता हैं और शांति भंग की स्थिति भी निर्मित हो सकती हैं।ग्रामीणों ने कमरौद स्थित तांदुला नदी में चल रहे अवैध रेत उत्खन्नन को बंद करने की मांग प्रशासन से किया हैं।ज्ञापन सौपने के दौरान सुखित राम,इन्द्रकुमार, शिवकुमार, हरिराम, सुकालू राम,अश्वनी,भारत,डोमन लाल, सहित अन्य ग्रामीण शामिल रहे।