केंद्रीय युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने गुरुवार को मिशन ओलंपिक सेल (एमओसी) की बैठक में राष्ट्रमंडल खेल 2022 के लिए भारत की तैयारियों की समीक्षा की। आगामी राष्ट्रमंडल खेलों में कुल 215 एथलीट भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे।
एमओसी की बैठक में लम्बी कूद की पूर्व खिलाड़ी अंजू बॉबी जॉर्ज, पूर्व हॉकी खिलाड़ी वीरेन रसकिन्हा, पूर्व टेबल टेनिस खिलाड़ी मोनालिसा बरुआ, पूर्व पहलवान योगेश्वर दत्त तथा पूर्व बैडमिंटन खिलाड़ी तृप्ति मुर्गंडे उपस्थित थीं।
श ठाकुर ने तैयारियों की समीक्षा करते हुए कहा, “एथलीटों की तैयारी जोरों से चल रही है। मुझे खुशी है कि ओलंपिक के बाद प्रशिक्षण और प्रतियोगिता की गति बढ़ी है और हम ओलंपिक और पैरालंपिक के बाद निरंतर सफलता की उम्मीद कर सकते हैं।”
समीक्षा के दौरान भारत की तैयारी के कई पहलू सामने आए। टोक्यो 2020 ओलंपिक के बाद एथलीट फिर से पूर्ण प्रशिक्षण पर हैं, जिनमें राष्ट्रीय शिविरों में प्रशिक्षण एवं कई अंतरराष्ट्रीय प्रशिक्षण और प्रतियोगिताएं शामिल हैं। अब तक, भारत सरकार ने उन खेलों में 111 एक्सपोज़र ट्रिप की सुविधा प्रदान करने में मदद की है, जिनमें भारत बर्मिंघम 2022 में मुकाबला करेगा।
राष्ट्रीय खेल संघ (एनएसएफ) भी राष्ट्रीय शिविर आयोजित करने के लिए साथ मिलकर काम कर रहे हैं।
ओलंपिक के बाद कई विशिष्ट एथलीट अपनी प्रशिक्षण योजना के अनुसार, सरकारी खर्च पर विदेशों में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। ओलंपिक खेलों के बाद फिर से प्रशिक्षण शुरू करने के क्रम में जैवलिन थ्रो चैंपियन नीरज चोपड़ा चूला विस्टा (यूएस), अंताल्या (तुर्की) और फिनलैंड में प्रशिक्षण ले रहे हैं, भारोत्तोलक मीराबाई चानू सेंट लुइस (यूएस) में विशेषज्ञ कोच डॉ. आरोन हॉर्शिग के साथ प्रशिक्षण लेते हुए समय बिता रहीं हैं, स्टीपलचेज़र अविनाश सेबल अप्रैल 2022 से कोच स्कॉट सिमंस के साथ कोलाराडो स्प्रिंग्स (यूएस) में हैं और साइक्लिंग टीम तीन महीने से स्लोवेनिया और पुर्तगाल में है। राष्ट्रमंडल खेल 2022 से पहले, पुर्तगाल और आयरलैंड गणराज्य में टेबल टेनिस और बॉक्सिंग टीम के एक्सपोजर ट्रिप को भी मंजूरी दी गयी है।