बालोद – मनरेगा योजनांतर्गत कार्यरत अधिकारी
कर्मचारी एवं ग्राम रोजगार सहायकों ने छत्तीसगढ़ मनरेगा कर्मचारी महासंघ के प्रांतीय बैठक में लिए गए निर्णय अनुसार अपने 2 सूत्रीय मांगों को लेकर 4 अप्रैल से लगातार हड़ताल पर हैं। अभी तक शासन स्तर पर मांगों को लेकर कोई सकारात्मक पहल नहीं कि जा रही है। जिसके चलते सोमवार को संगठन ने शहर में रैली निकालकर मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौपकर यदि माँगो को पूरा नही किया गया तो उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी हैं।।
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16 वर्षो से निरंतर कार्य कर रहे मनरेगा कर्मी
छग मनरेगा कर्मचारी महासंध के जिलाध्यक्ष प्रेम देवांगन ने बताया कि छग राज्य में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गांरटी योजनांतर्गत कार्यरत अधिकारी, कर्मचारी एवं ग्राम रोजगार सहायकों के द्वारा विगत 16 वर्षो से निरंतर कार्य किये जा रहे है। साथ ही समय-समय पर विभिन्न माध्यमों से मनरेगा कर्मियों की निरंतर नियमितीकरण सहित अन्य मांगे रही है, किन्तु शासन द्वारा हमारी मांगो पर आज पर्यन्त तक कोई विचार नहीं किया गया है।
सरकार के तीन वर्ष होने के बाद भी मनरेगा कर्मियों का नियमितीकरण आज तक लबिंत
जिलाध्यक्ष ने कहा कि कोविड महामारी के दौरान कई मनरेगा कर्मियों की मृत्यु हुई उसके पश्चात् भी मनरेगा के कार्य लॉकडाउन अवधि में भी पूर्ण लगन से संचालित किया गया था। ऑकस्मिक वित्तीय राषि से हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा मनरेगा में कार्यरत मनरेगा कर्मियों को नियमित कर दिया गया है। इसी प्रकार छत्तीसगढ़ में भी इनके स्थायीकरण हेतु कोई बड़ी राशि का अतिरिक्त बजट भार छ.ग. शासन को नहीं आयेगी। वर्तमान में राजस्थान सरकार एवं पंजाब सरकार के द्वारा संविदा / मनरेगा कर्मियों को नियमित करने का घोषणा कर दिया गया है। परंतु छत्तीसगढ़ राज्य में सरकार आने के तीन वर्षों के उपरांत मी कांग्रेस पार्टी के जनघोषणा पत्र के अनुसार मनरेगा कर्मियों का नियमितीकरण संबंधी मांग आज पर्यन्त तक लंबित है।
4 अप्रैल से अनिश्चितकालीन हड़ताल में है मनरेगा कर्मी
छत्तीसगढ़ शासन वित्त एवं योजना विभाग, मंत्रालय, महानदी भवन नया रायपुर के पत्र कमांक / 194 / एफ. वित्त / निगम / 4 / 2013, रायपुर दिनांक 19.06.2013 के द्वारा जारी अपर मुख्य सचिव, वित्त एवं योजना विभाग के निर्देषानुसार ऐसे अस्थाई पद जो 03 वर्ष से अधिक अवधि से निरंतर चल रहे है, एवं उनकी दीर्घकाल तक जारी रखना आवश्यक है, ऐसे पदों को स्थाई करने का प्रावधान है। उक्त तारतम्य में 04 अप्रैल, 2022 से छत्तीसगढ़ मनरेगा कर्मचारी महासघ के समस्त 28 जिलों के सभी मनरेगा कर्मी 02 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चित कालीन हड़ताल पर है।
दो सूत्रीय मांगे
चुनावी जन घोषणा पत्र को आत्मसात करते हुए समस्त मनरेगा कर्मियों का नियमितीकरण किया जावे।
नियमितीकरण की प्रक्रिया पूर्ण होने तक ग्राम रोजगार सहायकों का वेतनमान निर्धारण करते हुए समस्त मनरेगा कर्मियों पर सिविल सेवा नियम 1966 के साथ पंचायत कर्मी नियमावली लागू किया जावे।
मनरेगा कर्मियों की मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करते हुए मांगों को तत्काल पूरा करने मांग किया है।माँगो को पूरा नही किया गया तो मनरेगा कर्मी उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी हैं।इस दौरान छग मनरेगा कर्मचारी महासंध के जिलाध्यक्ष प्रेम देवांगन, उपाध्यक्ष देवेंद्र हिरवानी,संरक्षक ओमप्रकाश साहू,केके नायक,नीरज वर्मा,तारा दिल्लीवार,मंजूषा साहू,मनीष खोब्रागडे सहित बड़ी सैकड़ो की संख्या में मनरेगा कर्मचारी शामिल थे।