प्रदेश रूचि

ईदगाह मैदान में नमाज अदा कर मांगी खुशहाली और तरक्की की दुआ.. ईधर नपाध्यक्ष प्रतिभा ने छोटे छोटे बच्चो को गले लगाकर दी बधाईबालोद की नम्रता निर्मलकर ने इस मामले में समूचे प्रदेश में बढ़ाया बालोद का मान..क्या है पूरा मामला..पढ़े ये खबरBalod जिले के गंगा मईया मंदिर में 9 सौ आस्था का कलश हुआ प्रज्जवलित….9 दिनो तक माता आराधना के साथ होंगे ये कार्यक्रमसीएम साय ने एक साथ 50 नक्सलियों के आत्मसमर्पण पर सुरक्षाबलों को दी बधाई….बोले छत्तीसगढ़ में भय से भरोसे की ओर बदल रहा है बस्तरपीएम मोदी छत्तीसगढ़ दौरे पर… बिलासपुर के मोहभट्ठा में आयोजित कार्यक्रम में होंगे शामिल…. 33,700 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का करेंगे लोकार्पण और भूमिपूजन


बालोद जिले में फिर सामने आया परिवहन के नाम पर अवैध उत्खनन का मामला…क्या मामले पर इस बार होगी निष्पक्ष जांच व कार्यवाही..

 

बालोद-बालोद जिले में अवैध मुरुम खनन के मामले थमते नजर नही आ रहे है इससे पहले भी प्रदेशरूचि ने अवैध मुरुम खनन को लेकर खबर प्रकाशित की थी लेकिन जिले के खनिज विभाग द्वारा मामले की जांच उपरांत महज मुरुम परिवहन किया जाना तथा खनन नही किये जाने को लेकर प्रेस नोट भी जारी किया था लेकिन परिवहन की अनुमति के आड़ में खुले आम जमीन पर बेतरतीब तरीके से मुरुम खनन कर एनजीटी के भी गाइडलाइन की धज्जियाँ उड़ाई जा रही है ऐसा ही मामला सामने आया है जिले के अर्जुन्दा ब्लाक के ग्राम सिबदी गांव में जहां एक निजी भूमि खसरा 564/1,568,601,722 रकबा 0.92 हेक्टेयर में कृषि योग्य भूमि निर्माण से एकत्र मुरुम परिवहन करने की अनुमति दी गई है लेकिन उक्त जमीन पर चैन माउंटेन मशीन से करीब 10 फिट से ज्यादा गड्ढा कर मुरुम खनन कर धड़ल्ले से परिवहन किया जा रहा हैं । ग्रामीणो ने बताया कि ठेकेदार द्वारा अवैध मुरुम को दूसरे जिलों में धड़ल्ले से खपाया जा रहा है। इसकी जानकारी विभागीय अफसरों को होने के बाद भी कार्रवाई नहीं की जा रही।ठेकेदार द्वारा निजी जमीन को 7 से 8 फिट से ज्यादा गहरे खोदकर बावली बना दिया है।यहां विभागीय लापरवाही और उदासीन के चलते बड़ी निडरता से ठेकेदार द्वारा मुरुम का अवैध खनन किया जा रहा था।इसके बाद भी कार्यवाही नही करना खनिज विभाग की मिलीभगत की ओर इशारा करती हैं। वही खनिज विभाग द्वारा ठेकेदार दुर्ग निवासी कृष्ण प्रताप मिश्रा को 0.92 हेक्टेयर में कृषि योग्य भूमि निर्माण कार्य मे एकत्रित 2500 घनमीटर मुरुम परिवहन करने अनुमति दिया गया।लेकिन ठेकेदार खनिज विभाग की आदेश की धज्जियां उड़ाते हुए चैन माउंटेन से मुरुम उत्तखन्न किया जा रहा है।

 विभाग के कुछ जिम्मेदार और ठेकेदार की मिलीभगत से मुरुम उत्तखन्न का चल रहा बड़ा खेल

जा रहा है ज्ञात हो कि पूरे मामले पर जिला कलेक्टर बालोद खनिज शाखा द्वारा अर्जुन्दा ब्लाक के ग्राम पंचायत गबदी स्थित निजी भूमि के क्षेत्र खसरा नंबर 564/1,568,601,722 ,रकबा 0.92 हेक्टेयर क्षेत्र में कृषि योग्य भूमि में निर्माण कार्य से एकत्रित मुरुम का परिवहन करने की अनुमति ठेकेदार को दिया है लेकिन ठेकेदार दुर्ग के आदर्श नगर निवासी कृष्ण प्रताप मिश्रा द्वारा एकत्रित खनिज संपदा का परिवहन न कर उस आदेश का मखौल उड़ाते हुए विभाग के अधिकारियों के नाक के नीचे दिनदहाड़े तमाम तरह के नियम कानून को ताक में रखकर चैन माउंटेन से मुरुम खोदकर धड़ल्ले से परिवहन किया जा रहा है।इस प्रकार से खनिज विभाग के अधिकारियों और ठेकेदार की मिलीभगत से मुरुम उत्खनन का बड़ा खेल चल रहा है।

जिला प्रशासन के आदेश का दरकिनार कर ठेकेदार द्वारा किया जा रहा है अवैध मुरुम उत्खनन

जिला खनिज विभाग द्वारा जारी किया गया अनुमति पत्र में बताया गया कि ग्राम पंचायत गबदी स्थित निजी भूमि खसरा नंबर 564/1,568,601,722 रकबा 0.92 हेक्टेयर क्षेत्र में कृषि योग्य भूमि में निर्माण कार्य से एकत्रित 2500 धनमीटर को परिवहन किए जाने के लिए कलेक्टर के आदेश के तहत 08 फरवरी 2022 से 05 मई तक 03 माह की अविधि के लिए विभिन्न शर्तो के साथ खनिज परिवहन करने का अनुमति दिया गया है।जिला प्रशासन के आदेश का ठेकेदार द्वारा दरकिनार कर धज्जियाँ उड़ाते हुए सारे नियमो को ताक में रखकर बेधड़क मुरुम उत्खनन किया जा रहा है।


निजी भूमि को चैन माउंटेन से 8 से 10 फिट गहरा खोदकर मुरुम को अन्य जिलों में खपा रहे ठेकेदार

अर्जुन्दा नगर से महज 3 किलोमीटर की दूरी पर ग्राम पंचायत गबदी में निजी भूमि पर अवैध मुरुम खनन धड़ल्ले से हो रहा है। ठेकेदार गबदी के निजी भूमि में अवैध खनन कर मुरुम परिवहन कर रहे हैं। जहां मुरुम खुदाई हो रही है वह खेत जो खुदाई के कारण गड्ढे में तब्दील हो रही है। निजी भूमि मे मुरुम उत्खन करने के लिए 7 से 8 फीट तक गहरे गड्ढा कर दिया गया है। ठेकेदार द्वारा उक्त भूमि को गलत ढंग से खोदकर बर्बाद किया जा रहा है और शासन को लाखों का चूना लगाया जा रहा है। गबदी से निजी भूमि पर कई दिनों से ठेकेदार द्वारा मुरुम खनन का कार्य किया जा रहा है। लगातार यहां एक चैन माउंटेन और कई हाइवा परिवहन में लगे हुए हैं। मुरूम का अवैध उत्खनन और परिवहन हो रहा है। चैन माउंटेन से मुरुम खोदकर भूमि को खोदकर गड्‌ढा बनाया जा रहा है। अब तक यहां लगभग 8 फीट से ज्यादा गहरा गड्ढा बन चुका है। कई ट्रिप मुरुम का परिवहन कर दुर्ग और भिलाई में धड़ल्ले से खपाया जा रहा है।

क्या कहते है खनिज अधिकारी

इस मामले पर जिले के खनिज अधिकारी से बात करने पर बताया कि परिवहन की अनुमति दी गई है लेकिन जब खनन की बात कहने पर खनिज अधिकारी ने आज अपने आप को छूट्टी में बताते हुए विभागीय अधिकारी से मामले की जांच कराने की बात कहते नजर

आपको बतादे जिले में ज्यादातर जगहों पर परिवहन के आवेदन व मुरुम परिवहन की अनुमति के नाम पर समतल जमीनों को खाई में तब्दील का काम खुले आम चल रहा है लेकिन मामला सामने आने के बाद अधिकारियों की टीम जांच भी करती है जिसमे मौके पर कभी खनन करते वाहन नही मिलते जिसके बाद मामले पर अवैध खनन नही होने के प्रेस नोट भी जारी हो जाता है लेकिन इस मामले में हमारे पास खनन करते हुए फ़ोटो तथा सिर्फ परिवहन अनुमति के दस्तावेज भी है बहरहाल देखना होगा जिले में अवैध खनन को लेकर खनिज विभाग आगे किस तरह की कार्यवाही करती है

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!