बालोद – विश्व हिंदू परिषद,बजरंगदल व गौरक्षा दल के जिला पदाधिकारियों ने मंगलवार की देर रात को घेरेबंदी कर बड़हुम ( गुरुर) के दूरस्थ जंगलों में जाकर बस्तर लोहंडीगुड़ा की ओर ले जा रहे लगभग 400 नग बैल व गौधन को देर रात जंगल मे रोका व पुलिस को जानकारी दी गई।जिस पर गुरुर थाना प्रभारी दिलेश्वर चंद्रवंशी व टीम ने जंगल से देर रात 3 बड़े वाहन व 9 लोगो को पूछताछ व गौ तस्करी के मद्देनजर गुरुर थाने में हिरासत में रखा गया गया था। जिसके बाद थाने से ही छोड़ दिया गया।
गुरुर पुलिस मवेशी तस्करों पर हुए मेहरबान
मंगलवार की देर रात की कार्यवाही व बड़े पैमाने में जंगल के रास्ते मे गौधन मिलने व तस्करी की आशंकाओं व गौरक्षा दल की सक्रियता से पुलिस सहित विहिप व बजरंग दल व गौरक्षा टीम के सहयोग से चूल्हापथरा गौठान में लगभग 100 बैल को गौसेवा आयोग के संज्ञान में लाकर सुपुर्द किया गया है। वही मवेशी को ले जा रहे तस्करों को पुलिस ने थाने में रखा गया था।जिसके बाद पुलिस ने इन तस्करों को छोड़ दिया गया है।विश्व हिंदू परिषद,बजरंग दल व गौरक्षक दल ने पुलिस को साठगांठ कर तस्करों को थाने से छोड़ने का आरोप लगाया गया है।किसके आदेश पर इन तस्करों को थाने से कैसे छोड़े इस पर गुरुर पुलिस पर सवालिया निशान उठने लगे है।
गौरक्षा दल ने गुरुर थाना पहुचकर तस्करों के खिलाफ शिकायत पत्र सौप कर कार्यवाही करने की मांग किया
लगातार घेरेबंदी करने व बड़े स्तर पर गौ तस्करी की सूचना पर कार्य मे लगे गौरक्षा दल के अजय यादव,नरेंद्र जोशी,ओम बिसेन,हेमंत साहू,विहिप के महेंद्र सोनवानी,सतीश विश्वकर्मा सहित धमतरी के युवाओं के इस मामले में कानूनी कार्यवाही की मांग को लेकर बुधवार देर शाम गुरुर थाना पहुंचे व कुछ दस्तावेज को फर्जी बताते हुए पकड़े गए कुछ लोगो के ऊपर कड़ी कार्यवाही की मांग कर रहे थे । गुरुर पुलिस के अनुसार मामले में कुछ गौरक्षक सदस्यों ने इस मामले में एक शिकायत पत्र सौपा है। व दोषियों पर कार्यवाही की मांग की है। जिस पर आगे जांच के बाद कार्यवाही करने की बात कही है।