बालोद। बालोद जिले में अवैध प्लॉटिंग के विरुद्ध प्रदेशरूचि ने भी मुहिम छेड़ रखी है और जिले में चल रहे अवैध प्लॉटिंग का मामला लगातार प्रशासन के सामने लाने का काम कर रही है और कमोबेश इसका नतीजा भी सामने आ रहा है वही बालोद कलेक्टर भी अवैध प्लॉटिंग को लेकर सख्त नजर आये हाल ही में राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 930 गुरुर में सड़क सुरक्षा के लिए बनाए क्रश बैरियर को तोड़ने के मामले मे राष्ट्रीय राजमार्ग लोक निर्माण विभाग उप संभाग बालोद द्वारा नोटिस जारी किया गया है।उक्त मामले को प्रदेश रुचि के वेबपोर्टल में 10 जनवरी के अंक में प्रमुखता से खबर प्रकाशित करने के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग हरकत में आया है।मंगलवार को विभाग द्वारा भूमि स्वामी को नोटिस जारी कर तीन दिनों के भीतर पुलिया की रैलिंग को लगाने और अवैध रूप से बनाये जा रहे पहुंच मार्ग को तत्काल बंद करने को कहा गया है। अन्यथा की स्थिति में विभाग द्वारा भूमि स्वामी के विरूद्घ लैंड एंड ट्रैफिक एक्ट के तहत कार्यवाही की बात कही गई है।ज्ञात हो कि गुरुर नगर पंचायत क्षेत्र में कृषि भूमि खसरा नंबर 135/1, 135/4, 136 रकबा 0.29, 0.01 हेक्टेयर करीब तीन एकड़ कृषि भूमि में जमीन कारोबारी द्वारा विभाग की बिना अनुमति एवं सूचना के पुलिया के क्रश बैरियर को तोड़कर पहुंच मार्ग का निर्माण किया गया है।
क्रश बैरियर के अभाव में सड़क दुर्घटना की आशंका
राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 930 के पुरूर से 10.200 किलोमीटर गुरुर में स्थित पुलिया के बायी ओर सड़क सुरक्षा हेतु निर्मित क्रश बैरियर को विभाग की बिना अनुमति व सूचना के तोड़कर जमीन के खरीदी बिक्री की तैयारी की जा रही है। विभाग का मानना है कि, क्रश बैरियर के अभाव में सड़क दुर्घटना की आशंका बनी हुई है। वही मामले में जमीन मालिक द्वारा संतोषजनक जवाब नही मिला तो विभाग आगे कानूनी कार्यवाही भी कर सकती है
इस खबर के बाद प्रशासन ने जारी किया नोटिस
मामला गंभीर, विभाग ने जारी किया नोटिस
राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग के बिना अनुमति भूमि स्वामी द्वारा अवैध रूप से पुलिया के किनारे पहुंच मार्ग का निर्माण कर प्लाटिंग की तैयारी है। उक्त पहुंच मार्ग एवं प्लाटिंग के कारण पुलिया से पानी के बहाव में रुकावट पैदा होगी। जिसके कारण उक्त स्थान पर बाढ़ जैसे हालात पैदा होने की संभावना विभाग जता रहा है। मामले की गंभीरता को देखते हुए विभाग के अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय द्वारा नोटिस किया गया है।
शहर के पेरीफेरी में धड़ल्ले से निर्माण कार्य
दरअसल बालोद जिला इन दिनों अवैध प्लाटिंग का गढ़ बना हुआ है। जिले का जिम्मेदार अधिकारी भले ही दावा करे कि शहर में अब खेती की जमीन पर अवैध निर्माण बंद हो गए हैं, लेकिन हकीकत कुछ और ही है। शहर के पेरीफेरी में धड़ल्ले से निर्माण कार्य चल रहे हैं। कृषि भूमि पर प्लाट काटे जा रहे हैं। जमीन की खरीद-फरोख्त हो रही है। भूमाफिया के इस खेल में अधिकारी भी शामिल हैं।
हाईवे किनारे मौजूद खेत हो जाएंगे समाप्त
कालोनियों का विस्तार चारों दिशाओं में हो रहा है। खासकर उस जमीन पर कोलोनाइजर्स की नजर ज्यादा रहती है, जहां व्यवसायिक लाभ मिलने की उम्मीद अधिक होती है। हाइवे के आसपास का एरिया ऐसे स्थल में आ रहा है। लिहाजा आसपास के क्षेत्र में अंधाधुंध प्लाटिंग की जा रही है। इसी तरह हाईवे किनारे मौजूद खेत भी तेजी से समाप्त होते जा रहे हैं।