बालोद – छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य मितानिन संघ के आव्हान पर ब्लॉक इकाई डौंडीलोहारा की नर्मदाधाम सुरसुली में बैठक हुई। बैठक में मितानिनो ने प्रदेश सरकार के वादा खिलाफी पर आक्रोश व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि कॉन्ग्रेस के घोषणा पत्र में प्रत्येक मितानिन को 5-5 हजार रुपए देने का वादा किया था। लेकिन सत्ता में आने के बाद वादा भूल गए। कोरोना काल में अपनी जान जोखिम में डालकर मितानिन ने अपने बसाहट में सक्रियता के साथ कार्य किया। अब कोविड टीकाकरण में सहयोग कर रही है। इसका भत्ता भी नहीं दिया जा रहा है। मितानिनो ने प्रदेश सरकार के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया। ब्लॉक में संघ के 608 सदस्य हैं। लंबे अंतराल के बाद संघ की बैठक होने पर मितानिनो ने नाराजगी व्यक्त की। भुरकाभाट की मितानिन रिखमा साहू ने कहां की दावा पत्र के अनुसार मितानिन को नाम मात्र की प्रोत्साहन राशि दी जा रही है। प्रत्येक कार्य के अनुसार प्रोत्साहन राशि को दोगुना देना चाहिए। खेरथा बाजार की मितानिन अर्चना प्रजापति ने निजी अस्पतालों में होने वाले प्रसव, नसबंदी, मोतियाबिंद का ऑपरेशन सहित अन्य कार्य की राशि भी मितानिन को मिलनी चाहिए। वर्तमान में स्वास्थ्य चिकित्सालय में होने पर ही प्रोत्साहन राशि दी जाती है। मितानिन प्रशिक्षक ऐश्वर्या मति तिवारी ने कहा कि मितानिन कार्यक्रम के कार्यकर्ताओं को मेहनत के बाद भी सम्मानजनक राशि नहीं दी जाती। बैठक को ब्लॉक समन्वयक शोभा शर्मा, नैन साहू, चंद्रप्रभा सुधाकर, प्रशिक्षक केशव शर्मा, मितानिन अंजनी देवांगन, कांति साहू, लता देवांगन, उषा ठाकुर,नासरीन बेगम,लोभन पिसदा, धनेश्वरी देशलहरे,कुंजाबाई ने भी संबोधित किया। ब्लॉक इकाई की बैठक में चार सौ से अधिक मितानिनो ने भाग लिया। बैठक में ब्लाक इकाई के पदाधिकारियों का चयन सर्वसम्मति से किया गया। जिसमें अध्यक्ष अर्चना प्रजापति, उपाध्यक्ष लोभन पिस्दा व सुनैना, सचिव धनेश्वरी देशलहरा, कोषाध्यक्ष संगीता रामटेके तथा सलाहकार केशव शर्मा बनाए गए।
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- चुनावी घोषणा पत्र में मितानिनों को 5-5 हजार देने का किया गया था घोषणा..सरकार बनने के बाद भूले वादे.. ऐसे तमाम मुद्दों को लेकर मितानिनों ने किए चर्चा