बालोद- जिले में समर्थन मूल्य पर की जा रही धान की खरीदी में बारदाने की समस्या किसानों के लिए गंभीर होती जा रही है। कहीं पर किसानों को 25 प्रतिशत बारदाना स्वयं को देना पड़ रहा है तो कहीं पर 50 प्रतिशत तक। एक ही जिले में अलग-अलग मापदंड अपनाए जाने को लेकर किसानों में नाराजगी देखी जा रही है। इसका ही परिणाम है कि शुक्रवार को बालोद जिले के भरदाकला सोसाइटी में किसानों ने अलग-अलग मापदंड अपनाए जाने की बात को लेकर प्रदर्शन भी किया। खरीदी में एकरूपता लाने की मांग की ताकि किसानों के सामने स्थिति स्पष्ट हो सके कि आखिर उन्हें कितने प्रतिशत बारदाना देना है। किसानों को बारदाना बाजार से खरीदना है और वे बारदाना निश्चित मात्रा में लेकर पहुंचते हैं किंतु अलग-अलग फरमान के चलते किसानों के सामने यह असमंजस की स्थिति बनती है कि वे तत्काल बारदाना की व्यवस्था कैसे करें।वहीं अब खरीदी प्रभारियों के द्वारा 50 फीसद बारदाना की मांग की जा रही है। इस अचानक आई मांग से किसान परेशान हैं क्योंकि किसानों ने 25 प्रतिशत बारदाना का ही जुगाड़ किया था। अब अचानक 50 फीसद बारदाना मांगे जाने से किसानों के लिए नई मुसीबत शुरू हो गई है क्योंकि इस समय किसानों के पास पैसे की किल्लत होती है।
50 प्रतिशत बारदाना नही दे सकते किसान
ग्राम चिरचारी निवासी कामेंद्र साहू ने कहा कि कई सोसायटी में देख रहे है कि जहाँ एक भी बोरा नही मागा जा रहा है।100 प्रतिशत बारदाना शासन पहुचा रही है।25 प्रतिशत बारदाना देने के लिए तैयार थे।और 25 प्रतिशत बारदाना भी दे रहे थे लेकिन शुक्रवार को अचानक भरदाकला के सोसायटी द्वारा बारदाना नही आने के कारण किसानों को 50 प्रतिशत बारदाना देने बोला जा रहा है ।उन्होंने कहा कि आखिर 50 प्रतिशत बारदाना किसान क्यो देगा।पिछली बार भी किसानों को धान बेचने में परेशानी हुआ था।कुछ किसानों ने 100 प्रतिशत बारदाना दिया था।बारदाना की कीमत बाजार में 30 से 35 रुपये में मिल रहा है। शासन द्वारा किसानों को केवल 25 रुपये ही दिया जा रहा है।पिछले वर्ष सोसायटी को बारदाना दिए थे उसका पैसा आज तक नही मिला है।हम 50 प्रतिशत बारदाना नही दे सकते।