बालोद- किसान जहां खेतों में लगी फसलों को काटने के बाद उसे सुरक्षित करने में लगा है। वही खड़ी फसल में आग लग जाने से किसान को लाखों का नुकसान नुकसान उठाना पड़ रहा है। आग लगने के बाद चंद मिनटों में ही फसल पूरी तरह से साफ हो जाती है।महीनों की मेहनत मिट्टी में मिल जाती है। एक और कोरोना का कहर तो दूसरी ओर एक किसान अपने खेत मे पैरा में आग लगाकर छोड़ दिया जिससे दूसरे किसान के खड़ी धान की फसल में आग लग गई। ताजा मामला जिले के अर्जुन्दा से 15 किमी दूरी पर स्थित गोड़ेला ग्राम का है जहां पर खेत में लगी आग से जहां खड़ी फसल पूरी तरह से खाक हो गई।
धान की खड़ी में फसल में लगी आग ,जलकर खाक हुआ आधी एकड़ की फसल
जिले के अर्जुन्दा से 15 किमी दूरी पर स्थित ग्राम गोड़ेला में बुधवार को एक किसान द्वारा लापरवाही पूर्वक अपने खेत मे पैरा को जलाकर छोड़ दिया जिससे दूसरे किसान की आधी एकड़ में लगी धान की फसल में आग लग गई और पूरी फसल जलकर खाक हो गया। आग तेज होते हुए धान के खड़ी फसल तक जलने लगा किसानों और ग्रामीणों की अथक प्रयास से बोरा और हरे टहनियों की सहायता से आग को बुझाया गया और दूसरे किसानों की फसल को बचा लिया गया। क्षेत्र के जनपद सदस्य राजेश चौबे को जानकारी मिलते ही तत्काल संसदीय सचिव और विधायक कुँवर सिंह निषाद को फोन पर स्थिति से अवगत करा कर खुद आगजनी स्थल पर डटे रहे।संसदीय सचिव कहीँ दौरे पर रहने के कारण तुरन्त सज्ञान में लेते हुए अधीनस्थ अधिकारियों को स्थल का जायजा लेने निर्देश दिए।जिसके तत्काल बाद अर्जुन्दा तहसीलदार ममता टावरी सहित अर्जुन्दा पुलिस मौके पर पहुचकर आगजनी स्थल में टैंकर सहित दमकल की गाड़ी को बुलाया गया तब कही जाकर आग पर काबू पाई गई।
किसान ने तहसीलदार से मांगा मुआवजा राशि
जानकारी के अनुसार गोड़ेला के किसान त्रिभुवन चन्द्राकर बुधवार को अपने लगभग 10 से 15 एकड़ खेत में धान की फसल को हैवेस्टर से कटाई करवाकर पैरा में आग लगा दी। हवा के कारण आग से निकाली चिंगारी समीप ही गांव के किसान के खेत में पहुंच गई और धान की फसल में आग लग गई। धान की खड़ी फसल धू-धू कर जल उठी। यह देख आस पास क लोगों ने शोर मचाया। किसान भी शोर मचाते हुए आग बुझाने में जुटे। आस पास के ग्रामीणों ने बोरे और पेड़ के टहनियों की सहायता से आग बुझाई। किसान ने इस संबंध में तहसीलदार को फसल जलने में फ़सक नुकसान होने की मुआवजा राशि देने की मांग किया गया।