बालोद- आंगनबाड़ी केन्द्र व प्रायमरी स्कूलों में मध्याह्न भोजन बना रही स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने बुधवार को जिला शिक्षा अधिकारी कार्यलय में पहुचकर जब तक पैसा नही मिलेगा तब तक मध्यान्ह भोजन नही मिलेगा , जिला शिक्षा अधिकारी को कार्यलय में आना होगा व 5 माह का मध्यान भोजन की राशि देने की गगन भेदी नारो के साथ जिला शिक्षा अधिकारी कार्यलय के सामने धरने पर बैठ गए।इस दौरान महिलाओं ने एक सप्ताह के अंदर दूसरी बार ज्ञापन देने के लिए जिला शिक्षा कार्यलय पहुचे थे।लेकिन बालोद जिला शिक्षा अधिकारी के प्रभारी रश्मि वर्मा कार्यलय में उपस्थित नही होने से महिलाओं ने नाराजगी व्यक्त करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी को कार्यलय में आना होगा का नारा लगाया गया और कार्यलय के सामने धरने पर बैठ गए।
स्व सहायता की महिलाओं ने18 नवंबर से मध्यान भोजन बंद करने दी चेतावनी
मध्यान भोजन संचालित करने वाली स्व सहायता समूह की महिला ने कहा कि एक सप्ताह पहले 5 माह का मध्यान भोजन की राशि देने की मांग को लेकर दूसरी बार ज्ञापन सौपा गया हैं। मध्यान भोजन की राशि को लेकर शासन द्वारा आश्वासन ही आश्वासन दिया जा रहा है।18 नवंबर से मध्यान भोजन बंद रखने और किसी भी को मध्यान भोजन संचालन नही करने की चेतावनी शासन प्रशासन को दिया है।अंजनी बाई ने कहा कि मध्यान भोजन की राशि नही मिलने के कारण किराना दुकान में 70 से 80 हजार रुपये का उधारी हो गया है।जिसके वजह से दुकानदार किराना समान नही दे रही हैं। इसके कारण आर्थिक रूप से परेशानी झेलनी पड़ रही है।आर्थिक तंगी के चलते दिवाली में अपने बच्चों के लिए कपड़े और फटाके भी नही खरीद पाए हैं।एक सप्ताह पहले आश्वासन दिए थे हमे अब आश्वासन नही पैसा चाहिए।
महिलाओं ने 5 माह का मध्यान भोजन की राशि देने की मांग को लेकर दूसरी बार डीओ को सौपा ज्ञापन
महिला स्व सहायता समूह के अध्यक्ष ज्योति ठाकुर ने कहा कि हमें मध्यान भोजन की राशि जुन से लेकर अक्टूबर माह तक का पैसा अभी तक प्राप्त नहीं हुआ है। मध्यान भोजन संचालन के लिए दुकानदार से उधार लेने के कारण बहुत ज्यादा 70 से 80 हजार कर्ज हो गया है। जिससे दुकानदार पैसे के लिए बार-बार परेशान कर रहे है। तथा आगे के मध्यान भोजन संचालन करने में असमर्थ महसुस कर रहें है।स्व सहायता की महिलाओं ने जुन
से लेकर अक्टूबर माह तक का सभी रूपया जल्द से जल्द समूह के खाते में डलवाने की मांग शासन प्रशासन की है। जिससे स्व सहायता महिलाओं को दुकानदारों के कर्ज चुकाकर आगे मध्यान भोजन संचालन असानी से कर सकें।इस दौरान सुरेंद्र देवांगन, राम लाल,अकलहिन बाई,हेमलता,किरण साहू,यशोदा साहू,गोदावरी बाई,रहिमत बाई,पार्वती बाई,ईश्वरी बाई,अंजनी साहू,धनई बाई सहित बड़ी सख्या में स्व सहायता समूह के सदस्य शामिल थे।