कांकेर। बस्तर क्षेत्र में अधिकतर आपने सुना होगा कि कैंप के विरोध में ग्रामीण लामबंद होते हैं सालों तक धरना प्रदर्शन करते हैं पर कांकेर जिला में ऐसा पहली बार हो रहा है कि जाड़ेकुर्सी के ग्रामीणों द्वारा कैंप को हटाए जाने के विरोध में धरना प्रदर्शन कर रहे है ।
ग्रामीणों कि माने तो यह क्षेत्र अतिनक्सल प्रभावित क्षेत्र रहा है और अभी भी यहां नक्सलियों की साया बनी हुई है जिसके चलते नक्सल को जड़ से खत्म करने के लिए सरकार ने कैंप बनाया था। पर अब यहां नक्सली गतिविधि कम होने की वजह से यहां से कैंप हटाया जा रहा है। जो कि यहां के स्थाई ग्रामीण नहीं चाहते कि कैंप हटे और नक्सलियों की क्षेत्र इस क्षेत्र में फिर से गतिविधि बढ़े जिसके लिए ग्रामीण लगातार शासन प्रशासन से मांग कर रहे हैं की कैम्प यथावत बने रहे ग्रामीणों ने आगे कहा कि इस क्षेत्र में जब से कैंप खुला है तब से निरंतर यह विकास हो रही है।
वही इस मामले में एडिशनल एसपी संदीप कुमार पटेल का कहना है कि जाड़ेकुर्सी में जो कैंप है उसे प्रशाशन द्वारा दूसरे जगह शिफ्ट करने का निर्णय लिया गया था। लेकीन अब ग्रामीणों के विरोध के बाद कैंप यथावत उसी स्थान पर रहेगी। और इस विषय के बारे में ग्रामीणों को भी अवगत करा दिया गया है। आगे उन्होने बताया की कैंप लगने से क्षेत्र में विकास का कार्य बढ़ा है और नक्सलियों का मूवमेंट भी कम हो गया है इसी कारण ग्रामीणों द्वारा कैंप को हटाए जाने पर विरोध किया गया।लेकिन अब कैंप उसी स्थान पर यथावत रहेगी।