प्रदेश रूचि

कुसुमकसा समिति प्रबंधन ने निकाला था फरमान: 50% बारदाना किसानों को लाना होगा, विरोध में जनपद सदस्य संजय बैस आए सामने, प्रबंधन ने फैसला लिया वापसस्वच्छता दीदीयो द्वारा धरना प्रदर्शन कर अंतिम दिन रैली निकालकर मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को सौंपा गया ज्ञापनउप मुख्यमंत्री अरुण साव ने वृद्धाश्रम में बुजुर्गों के साथ केक काटकर अपने जन्मदिन की शुरुआत की..वही बालोद जिले के भाजपा नेताओ ने भी लोरमी पहुंचकर दिए बधाईपांच दिनों के शांतिपूर्ण आंदोलन के बाद ट्रांसपोर्टरों का बीएसपी प्रबंधन के खिलाफ प्रदर्शन…… माइंस की गाड़ियों को रोक किया चक्काजाममुख्यमंत्री साय अब ट्रेन से भी करेंगे राज्य के विविध क्षेत्रों का दौरा….बिलासपुर में आयोजित कवि सम्मेलन सुनने अमरकंटक एक्सप्रेस से हुए रवाना…मुख्यमंत्री ने कहा – ट्रेन से यात्रा का आनंद ही अलग होता है


बस्तर क्षेत्र में पहली बार कैंप के लिए लामबंद हुए ग्रामीण…. विरोध के बाद प्रशाशन ने बदला फैसला

कांकेर। बस्तर क्षेत्र में अधिकतर आपने सुना होगा कि कैंप के विरोध में ग्रामीण लामबंद होते हैं सालों तक धरना प्रदर्शन करते हैं पर कांकेर जिला में ऐसा पहली बार हो रहा है कि जाड़ेकुर्सी के ग्रामीणों द्वारा कैंप को हटाए जाने के विरोध में धरना प्रदर्शन कर रहे है ।

 

ग्रामीणों कि माने तो यह क्षेत्र अतिनक्सल प्रभावित क्षेत्र रहा है और अभी भी यहां नक्सलियों की साया बनी हुई है जिसके चलते नक्सल को जड़ से खत्म करने के लिए सरकार ने कैंप बनाया था। पर अब यहां नक्सली गतिविधि कम होने की वजह से यहां से कैंप हटाया जा रहा है। जो कि यहां के स्थाई ग्रामीण नहीं चाहते कि कैंप हटे और नक्सलियों की क्षेत्र इस क्षेत्र में फिर से गतिविधि बढ़े जिसके लिए ग्रामीण लगातार शासन प्रशासन से मांग कर रहे हैं की कैम्प यथावत बने रहे ग्रामीणों ने आगे कहा कि इस क्षेत्र में जब से कैंप खुला है तब से निरंतर यह विकास हो रही है।

 

 

वही इस मामले में एडिशनल एसपी संदीप कुमार पटेल का कहना है कि जाड़ेकुर्सी में जो कैंप है उसे प्रशाशन द्वारा दूसरे जगह शिफ्ट करने का निर्णय लिया गया था। लेकीन अब ग्रामीणों के विरोध के बाद कैंप यथावत उसी स्थान पर रहेगी। और इस विषय के बारे में ग्रामीणों को भी अवगत करा दिया गया है। आगे उन्होने बताया की कैंप लगने से क्षेत्र में विकास का कार्य बढ़ा है और नक्सलियों का मूवमेंट भी कम हो गया है इसी कारण ग्रामीणों द्वारा कैंप को हटाए जाने पर विरोध किया गया।लेकिन अब कैंप उसी स्थान पर यथावत रहेगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!