बालोद।एसटी एससी संगठनों के बंद का बालोद जिले में ज्यादा असर दिखा। बालोद शहर में सुबह से सभी बाजार बंद रहे। बसों के पहिए थमे हुए रहे। सड़को पर गाड़ियां भी नजर नहीं आई। सुबह 6 बजे से एसटी , एससी और ओबीसी वर्ग के लोग बंद कराने सड़क पर निकल पड़े। हालांकि भारत बंद के दौरान मेडिकल स्टोर्स, अस्पताल, पेट्रोल पंप, गैस, दूध, शासकीय कार्यालय, सभी शैक्षणिक संस्था, ऑटो – रिक्शा, निजी वाहन, एंबुलेंस को राहत दी गई है।बालोद में सुबह से ही बंद का व्यापक असर देखा गया। सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे।यातायात पूरी तरह ठप हो गया है। बंद के कारण बालोद के बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा। सुरक्षा के मद्देनजर जिले में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। सुरक्षा बलों को चौक-चौराहों पर सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए तैनात किया गया। फिलहाल, किसी भी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली।
*चाय पीने और नास्ते के लिए भटकते रहे लोग*
छत्तीसगढ़ीया क्रांति सेना, हमर राज पार्टी और ओबीसी समुदाय के लोगो ने बालोद शहर के व्यापारिक प्रतिष्ठानों से नगर बंद को सफल बनाने अपील किया । इस दौरान सभी व्यपारिक प्रतिष्ठाने पूर्णता बंद रहा।लोग चाय पीने और नास्ते के लिए भटकते देखे गए।
चेंबर ऑफ कामर्स ने भारत बंद का नही किया समर्थन
बालोद चेंबर ऑफ कामर्स द्वारा भारत बंद का समर्थन नहीं किया गया।भारत बंद को लेकर मंगलवार को चेंबर ऑफ कामर्स और समस्त बालोद व्यापारी संगठन द्वारा थाने में बैठक हुई जिसमे निर्णय लिया गया की समस्त व्यापारी संगठन कोई वाद विवाद की स्तिथि न बने इस लिए बंद करवाने आए तो शांति पूर्वक दुकानें बंद करना है ।बता दें कि SC/ST आरक्षण में क्रीमीलेयर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ देश भर के विभिन्न संगठनों ने बुधवार को ‘भारत बंद’ का आह्वान किया है। इसे लेकर चेंबर कामर्स और समस्त व्यापारी संगठन बालोद द्वारा मंगलवार को थाना प्रभारी के कार्यालय में बैठक रखी जिसके बाद फैसला लिया गया। चेंबर ऑफ कामर्स के अध्यक्ष राजू पटेल ने बताया कि समस्त व्यापारी संगठन कोई वाद विवाद की स्तिथि न बने इस लिए बंद करवाने आए तो शांति पूर्वक दुकानें बंद रखने का निर्णय लिया गया।