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बालोद छत्तीसगढ़ प्रदेश राइस मिल एसोसिएशन के अध्यक्ष योगेश अग्रवाल रविवार को बालोद के आकांक्षा टावर पहुचे। जहां उनका जिला राइस मिल के पदाधिकारियों ने जोरदार स्वागत किया। योगेश अग्रवाल ने जिले भर के राइस मिलरो की बैठक ली और उन्हें हो रही परेशानियों और तमाम विभिन्न मुद्दों पर उनसे चर्चा की। इस दौरान बारी बारी से मिलरो ने अपनी बात रखी। योगेश ने कहा कि मैं मिलर की दुर्गति नही देख सकता, इतनी बुरी स्तिथि मिलर की आज तक नही देखी। इसमे नेताओ की कोई गलती नही, इसमे अधिकारियों की गलती है। आने वाले दिनों में कांग्रेस या भाजपा जिसकी भी सरकार बनती है, तो मैं दोनों के साथ मिलकर चलूंगा। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश के राइस मिलरो का 3 वर्ष का पैसा 4500 करोड़ बकाया हैं। खाद्य सचिव टोपेश्वर वर्मा से जब प्रदेश एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने मुलाकात कर समस्या से अवगत कराया तो उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार से 19 हजार करोड़ लेना है। केंद्र सरकार नही दे रही। वही योगेश ने जिले के सभी 120 मिलरो को उन्हें हो रही समस्याओ को लेकर कलेक्टर को पत्र लिखने कहा है। उल्लेखनीय हो कि बीते 3 वर्ष का मिलरो को कस्टम मिलिंग, धान-चावल परिवहन सहित अन्य बकाया भुगतान मार्कफेड द्वारा नही किया गया हैं। खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में एफडी बीजी बनाने के लिए 3 वर्ष का लंबित बकाया भुगतान जल्द करने की मांग जिला राइस मिल एसोसिएशन ने मार्कफेड से की है। अब जिला राइस मिल एसोसिएशन को प्रदेश एसोसिएशन का भी साथ मिल गया है। धमतरी और कुरूद के बाद अब बालोद राइस मिल एसोसिएशन ने भी डीओ रिक्वेस्ट नही डालने का निर्णय लिया है। अगर वाकई में निर्णय अनुसार राइस मिलर डीओ रिक्वेस्ट नही डालता है तो, केंद्रों में जाम की स्तिथि निर्मित हो जाएगी। जिससे आगे भविष्य में खरीदी प्रभावित होने के भी आसार हैं। इस दौरान मुख्य रुप से बालोद जिला राइस मिल एसोसिएशन के अध्यक्ष ताराचंद सांखला, सचिव आकाश कटारिया, कोषाध्यक्ष रतन नाहटा, चंद्रेश नाहटा, शब्बीर मेमन, संजय गर्ग, चंदन अग्रवाल, दिलीप अग्रवाल, मोहन भाई पटेल, सुभाष नाहटा, दीपक उपाध्याय, ईश्वर लालवानी, श्री रामटेके, अश्विनी चन्द्राकर, सुनील बरड़िया, सहित जिले के सभी राइस मिलर मौजूद रहें।