बालोद-जिला मुख्यालय में छह सूत्रीय मांगों को लेकर उचित मूल्य दुकान के संचालक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। संचालकों के हड़ताल पर होने से जिले की पीडीएस व्यवस्था चरमरा गई हैं और जिले की 476 उचित मूल्य की दुकानों में तालाबंदी की नौबत आ गई हैं। जिले के बालोद, गुरुर,गुंडरदेही, डोंडी, डोंडीलोहारा ब्लाकों में संचालित उचित मूल्य की दुकानों में तालाबंदी की नौबत आ गई हैं। दरअसल पीडीएस दुकान के संचालकों ने अपनी छह सूत्रीय मांगों को लेकर 1 अगस्त से 5 अगस्त तक जिले के दुकानों में ताला लगाकर सांकेतिक तौर पर अपनी मांगों को लेकर सरकार को आगाह किया था। किंतु सरकार द्वारा मांगों पर कोई निर्णय नहीं लिए जाने से शासकीय उचित मूल्य दुकान संचालक विक्रेता कल्याण संघ के झंडे तले रविवार से अपनी छह सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दिया गया हैं। जिला मुख्यालय के नया बस स्टैंड पर हड़ताल में बैठे संचालकों, तौलको व महिला समूहों ने अपनी मांगों को पूरा किये जाने की मांग की हैं। इनके हड़ताल पर जाने से जिले में संचालित 476 उचित मूल्य की दुकानों में ताला लग गया हैं। जिससे पीडीएस व्यवस्था जिले में चरमरा गई हैं।
ये है संघ की मांग
राशन विक्रेताओं को अन्य राज्य की तरह कमीशन में वृद्धि कर राशि को मानदेय के रूप में विक्रेताओं को दी जाए, सहयोगी तौलक को कलेक्टर दर पर मजदूरी भुगतान दे, खाद्य विभाग के गलत फार्मूले से दुकानों में खाद्यान्न भंडारण होने से कार्ड धारी राशन से वंचित हो रहे हैं। माह के आबंटन से दो माह पूर्व के बचत कि कटौती कर माह में भंडारण का फार्मूला लागु किया गया है जो त्रुटिपूर्ण है। पॉस मशीन में वेबसाइट या एप उपलब्ध है। जिसके माध्यम से दुकानों में पूर्व बचत प्राप्त मात्रा वितरण मात्रा एवं शेष बचत खाद्यान्न कि मात्रा दैनिक रिपोर्ट में प्रदर्शित किया जाता है। शेष हितग्राहियों की फिल्टरयुक्त सूची वेवसाईट के माध्यम से उपलब्ध करायी जाये ।नागरिक अपूर्ति निगम के द्वारा शासकीय उचित मूल्य की दुकानों में खाद्यान्न भंडारण की जाती हैजिसमें 3 प्रतिशत अतिरक्त सुखद के रूप में प्रति क्विंटल के हिसाब से भंडारण किया जाए। जिससे सार्टेज की कमी को पूरा किया जा सके। भारत सरकार के द्वारा एनएफएसए मद में माह अप्रैल 2022 से 70 रूपये से बढ़ा कर 90 रूपये प्रति क्विंटल कि गई है। 20 रूपये अन्तर की राशि सहित सभी मदो कि राशि को राज्य सरकार द्वारा अविलंब भुगतान करवायी जाये ।कमीशन की राशि सीधे विक्रेता संचालक के खाते में जमा कराई जाए।अनिश्चित कालीन हड़ताल में बड़ी सँख्या में संचालक उपस्थित रहे।