रायपुर – छत्तीसगढ़ में लगातार ईडी की कार्यवाही जारी है प्रदेश के कई बड़े नेता और अधिकारी के खिलाफ ईडी ने कार्यवाही करते हुए उन्हें जेल भेज दिया है तो वही कई अभी ईडी के राडार पर भी है लेकिन इस बीच प्रदेश के राइस मिल एसोसिएशन के पदाधिकारी ने प्रदेश में पदस्थ केंद्रीय कर्मचारियों पर खुलेआम रिश्वत लेने का आरोप लगाते हुए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखा है
20 फरवरी 2023 को कैबिनेट मंत्री पीयूष गोयल के द्वारा वाणिज्य भवन नई दिल्ली में एक बैठक बुलाई गई थी। इस दौरान कहा गया था कि, एफसीआई के कार्य को पूरी तरह से भ्रष्टाचार मुक्त रखा जाए, अगर कोई अधिकारी आपके काम में बाधा डालता या इस तरह का कोई काम करता है तो तुरंत शिकायत दर्ज की जाए। इसी तर्ज पर राइस मिल एसोसिएशन के प्रदेश स्तरीयर कोषाध्यक्ष रोशन चंद्राकर ने कैबिनेट मंत्री पीयूष गोयल को एक पत्र लिखा है कि, छत्तीसगढ़ में एफसीआई के बड़े अधिकारियों की जानकारी में यह आया है कि, करोड़ों रुपये वसूले जा रहे है। साथ ही कहा कि, अगर आपको यकीन नहीं तो मैं धमतरी जिले के राइस मिलर्स से केंद्रीय एजेंसी का सीधे तौर पर सामना करवा दूंगा। बता दें, 15 साल भाजपा के शासनकाल में और वर्तमान में जो कांग्रेस सरकार के 5 साल पूर्ण होने जा रहा है, उसमें भी अवैध वसूली चल रही है। जबकि रोशन चंद्राकर के द्वारा एक शपथ पत्र भी प्रस्तुत किया गया है जिसमे साफ और स्पष्ट शब्दों में लिखा है की अगर उपरोक्त जानकारी / तथ्य अगर गलत पाए जाते है तो मै परिणाम / दंड भुगतने का अधिकारी होऊंगा।
इस पूरे मामले में जब हम बालोद एफसीआई के अधिकारी भागचंद मीणा बालोद डिपो मैनेजर से बात की गई तो उन्होंने बताया कि फिलहाल वे बाहर आए है और जो बात सामने आई है वो गलत है बालोद में ऐसा कोई मामला नहीं है
दूसरी तरफ बालोद के ही कुछ मिलरो से भी हमने चर्चा कि तो उनके द्वारा नाम नही छापने की शर्त पर बताया कि जो पत्र लिखा गया है और उसमे लिखी बाते पूरी तरह सही है लेकिन हम लोग इस मामले खुलकर सामने नही आ सकते क्योंकि अगर हम सामने आयेंगे तो इन अधिकारियो द्वारा हमारा ही लॉट रिजेक्ट कर दिया जाएगा वही इस मामले में कुछ बड़े मिलरो पर भी अधिकारियों के एजेंट के रूप में कार्य करने की बात कही गई दूसरी तरफ इस पत्र के मामले अगर जरूरत पड़ी तो आने वाले दिनों में संगठन के माध्यम से सभी राइस मिलर्स एकजुट हो जाएंगे
छत्तीसगढ के खाद्य मंत्री अमरजीत भगत से पूरे मामले पर चर्चा कि गई तो उन्होंने बताया कि “हमारे से सम्बंधित नही है, मामला एफसीआई सेंट्रल से सम्बंधित हैं, सेंट्रल के ज्यूडिशियन में है, सेंट्रल इसे रोके, एफसीआई सेंट्रल के अंडर में आता है, सेंट्रल के अधीन हो रहा है तो सेंट्रल को देखना चाहिए।”
वही इस पत्र के बाद न केवल धमतरी बल्कि छत्तीसगढ़ के तमाम एफसीआई सेंटरों में पदस्थ अधिकारियो में हड़कंप मची हुई है । बहरहाल देखना होगा इस लेटर बम का असर आने वाले दिनों में किस पर होता है और मामला किस करवट बदलती है