बालोद-जिले के डोंडीलोहारा ब्लाक के ग्राम केरीजुगेरा में घुमन्तु सफेरों द्वारा किए गए अवैध मकान निर्माण से बेदखल कर ग्राम केरीजुंगेरा से हटाने की मांग को लेकर मंगलवार को सैकड़ो महिलाएं व पृरुष कलेक्ट्रेट पहुचकर जनचौपाल में कलेक्टर को ज्ञापन सौपा।
बता दे कि केरीजुंगेरा के सपेरा परिवार ने ग्रामीणों पर उनके कच्ची मकान को तोडऩे का आरोप लगाते हुए 18 अप्रैल को कलेक्टर जनदर्शन में परिवार सहित आकर उसने उन्हें निवास स्थल से नहीं हटाने की मांग की है। सपेरा परिवार की केंवरा बाई ने बताया कि किस वजह से घर में तोडफ़ोड़ कर घर से सामान बाहर निकाला यह उन्हें भी पता नहीं। जबकि वहां वे आठ साल से निवास कर रहे हैं। इस मामले पर जांच कर न्याय दिलाने की मांग सपेरा परिवार ने की थी। वही सपेरा परिवार और ग्रामीण आमने सामने आ गए है।
ग्रामवासियों का परम्परागत रिति रिवाज का उल्लंघन करते हैं धुमन्तु सपेरा
ग्रामीण पदुम सिह ने बताया कि ग्राम केरीजुंगेरा से घुमन्तु सफेरा आकर रहने लगा है, घुमन्तु सफेरों के द्वारा ग्रामवासियों का परम्परागत रिति रिवाज का उल्लंघन करते हैं, और आपस में हमेशा लड़ाई झगड़ा कुछ दिनों होते रहते है एवं कुल्हाड़ी, हथियारों से एक-दूसरे पर वार करते रहते है और बिना किसी अनुमति के ग्राम के जमीन पर अवैध मकान निर्माण कर निवास कर रहे है. तथा उनके इस कृत्य से हम सभी ग्रामवासी परेशान है। इन सभी घुमन्तु सफेरों के कारण कभी भी आपत्ति आ सकता है उन लोगों के इस दुर्व्यवहार के कारण समस्त ग्रामवासी परेशान है। हम ग्रामवासियों के द्वारा लगाये गये वृक्षों एवं जंगल को कांटकर निवास कर रहे हैं।ग्रामीणों ने घुमन्तु सफेरों को ग्राम केरीजुंगेरा में किये गये अवैध मकान निर्माण से बेदखल किये जाने की मांग शासन प्रशासन से किया है।ज्ञापन सौपने वालो में कवँल सिह,राजकुमार, पुनितरम,सुखिया बाई,चैन बाई,सुंदरी बाई,सरस्वती बाई,चुलेश्वरी बाई,कुमारी बाई,नीलम बाई,सत्या बाई,रेखा, लक्ष्मी,सावित्री,अनिता बाई सहित बड़ी सँख्या में महिलाए व पृरुष शामिल रहे।