डौंडी —आदिवासी ब्लॉक मुख्यालय डौंडी में हर घर नल जल योजना की स्थिति ठीक नहीं है। धोतिमटला गांव में शुरू से ही पेयजल की गंभीर समस्या से है। शुरुआती मौसम की बेरूखी से जलस्तर काफी नीचे जाने के कारण ग्रामीणों को पीने का पानी भी नसीब नहीं हो रहा है। शिकायत के बाद भी विभाग पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा। जिस कारण सोमवार को ग्रामीणों का धैर्य आक्रोश में बदल गया। गांव के करीब पांच दर्जन से भी अधिक पुरूष – महिलाएं बाल्टी मटका बर्तन वगैरह लेकर बच्चों के सहित गोलबंद होकर जनपद मुख्यालय पहुंच गए। जहां कार्यालय में सीईओ को देख लोगों का गुस्सा भड़क गया।
अव्यवस्था के खिलाफ ग्रामीणों ने जमकर प्रदर्शन किया। यह देख जनपद पंचायत के कर्मी सहम गए और कमरे के अंदर दुबक गए। बाद में कुछ बुद्धिजीवियों के समझाने पर मामला शांत हुआ। प्रदर्शन कर रहीं धोतिम टोला की महिलाएं व पुरुषों सहित अन्य ने बताया कि धोतिमटला पंचायत के वार्ड में करीब 50 घरों में शुरू से पेयजल की कोई सुविधा नहीं है। विभाग व जनप्रतिनिधियों को कोई मतलब नहीं है। क्षेत्र के किसान पंपिग सेट अथवा सब्मर्सिबल से धान की खेती कर रहे हैं। जिस कारण कुएं नलकूप व तालाब जवाब दे दिया है। पानी पीने के लिए गांव से एक किलोमीटर दूर से लाना पड़ रहा है। आक्रोशित ग्रामीणों ने बताया कि यदि अविलंब समस्या समाधान नहीं होता है तो सड़क पर उतरने के लिए विवश होंगे। जनपद सीईओ अविनाश ठाकुर ने बताया कि पीएचई विभाग के एसडीओ नितिन ठाकुर को बुलाकर ग्रामीणों के मध्य चर्चा की गई है और ग्रामीणों की मुख्य मांग पानी की समस्या का जल्द ही निराकरण करने की बात की गई है ।