प्रदेश रूचि

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*जिले में प्रदेश प्रभारी के बैठक के बाद राजनीतिक गलियारों चर्चा तेज.. बदलेगी जिले की कमान…?…..खबरो को लेकर नेताजी को एक अखबार के प्रसार प्रमुख को क्यो लगानी पड़ी काल…पढ़े पूरी खबर*

 

बालोद-बालोद जिले में हाल ही में हुई भाजपा के बैठक के बाद जिले के भाजपा में गुटबाजी कम होने के बजाय पहले की अपेक्षा और ज्यादा बढ़ चुकी है यही नही प्रदेशरूचि ने भी पूर्व राज्यसभा सांसद राजस्थान, राष्ट्रीय राजनीति के दिग्गज नेता वर्तमान भाजपा छत्तीसगढ़ प्रभारी ओम प्रकाश माथुर , प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरूण साव के दौरे के पहले जिन बातों और चर्चाओं को लेकर खबर प्रकाशित की थी उस खबर पर भी मुहर लग चुकी है और पूरे मामले में बालोद जिला भाजपा के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भाजपा के बैठक के बाद ही प्रदेश प्रभारी ने भी बंद कमरे में संगठन पदाधिकारियों की जमकर क्लास ली यही नही जिले में भाजपा की स्थिति को देखकर प्रदेश प्रभारी को यहाँ तक कहना पड़ गया कि सबसे डल जिला है…बात इतने में रुक जाती या खत्म हो जाती तो बात और थी लेकिन इस बीच भाजपा के कुछ पूर्व मंडल पदाधिकारियों ने भी जिले में संगठन की स्थिति और पुराने कार्यकर्ताओं की अनदेखी को लेकर भी प्रदेश प्रभारी के पास शिकायत कर दी जिसके बाद मानो पूरे संगठन में हड़कंप की स्थिति मची हुई थी।

एक अखबार की खबर से विचलित हुए जिला के बड़े नेता

आपको बतादे बालोद बालोद जिले में भाजपा गिरतें साख और वर्तमान जिलाध्यक्ष के कमजोर नेतृत्व को लेकर एक दैनिक अखबार में खबर प्रकाशित किया गया खबर को लेकर नेताजी की बौखलाहट इतनी बढ़ गई कि नेताजी ने अखबार के प्रसार प्रमुख को कॉल कर यह कहना पड़ गया कि पहले भी इन्ही लोगो के हाथ मे अखबार दिए थे जिसको लेकर मेरी शिकायत पर आप लोगो ने एजेंसी भी बदली थी लेकिन फिर से आप लोग ऐसे लोगो को अपने अखबार का प्रतिनिधि बना दिये जो सिर्फ भाजपा की निगेटिव खबरे प्रकाशित करती है जिसको लेकर नेताजी अपनी नाराजगी के साथ साथ अखबार के प्रसार प्रमुख को अपनी राजनीतिक कैरियर और अपने पूर्व दल से जुड़े होने की भी जानकारी दे बैठे बहरहाल नेताजी की पीड़ा उस काल से साफ झलक रही थी कि एक अखबार की खबर उनके राजनीतिक जीवन मे कितना असर डाल चुका है ।

क्या बालोद जिले में बदलेगी कमान

हाल ही में हुए बैठक के बाद जहां प्रदेश अध्यक्ष से लेकर प्रभारी बालोद जिले में संगठन के कामो से नाखुश दिखे वही बैठक लगातार शिकवे शिकायत के बाद अब पार्टी के ही कुछ वरिष्ठ नेताओं व कार्यकर्ताओं ने प्रदेशरूचि से चर्चा कर बताये की प्रदेश भाजपा की सरकार बनाने पार्टी लगाकर काम कर रही है और संगठन की स्थिति का जायजा लेने खुद प्रदेश प्रभारी को बालोद जैसे छोटे जिलों का दौरा करना पड़ रहा है और ऐसे अहम दौरे के दौरान खुद प्रदेश पदाधिकारियों ने भी जिले भाजपा के गिरते साख को देखकर डमी जिला कहना पड़ गया जिससे अब ये अनुमान भी लगाया जा रहा है कही न कही यहाँ के नेतृत्व को भी बदल सकते है नाम न बताने की शर्त पर जिले के कुछ कद्दावर व वरिष्ठ भाजपा नेताओं ने चर्चा के दौरान बताया कि बहुत जल्द प्रदेश कुछ जिलों सहित यहाँ की भी कमान बदल सकती है।

चलते चलते एक नजर इधर भी

जिले में हाल में कुछ मोर्चा प्रकोष्ठों के लिए भी जिले के कुछ युवा चेहरों को प्रदेश के अहम पद पर जिम्मेदारी दी गई है जानकारी के मुताबिक उक्त पदों के लिए जिलाध्यक्ष की अनुसंशा भी नही की गई थी जिसके बाद उक्त युवा नेता को प्रदेश में पदाधिकारी बनाये जाने का भी मलाल नेताजी को है वही बात की जाए तो आने वाले दिनों में एक मोर्चा प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष जैसे महत्वपूर्ण पद के लिए भी नियुक्त किया जाना है जिसको लेकर एक युवा नेता फिर से जुगत में जुट चुका है जो कि पूर्व में भी अपने पद में आते ही चारित्रिक मामले के चलते अपना इस्तीफा देना पड़ा था लेकिन फिर उस चेहरे को कमान मिलने की खबर के बाद कई पुराने कार्यकर्ताओ में भी इस बात को लेकर नाराजगी देखी जा रही है बहरहाल देखना होगा क्या उक्त विवादित चेहरे को जिलाध्यक्ष की कमान मिल पाती है।

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