बालोद-प्रदेश के मुख्यमंत्री भुपेश बधेल के मंशानुरूप प्रदेश के नगरीय निकाय क्षेत्रो में कृष्ण कुंज के तहत औषधि पौधे लगाए गए और बच्चो के मनोरंजन के लिए झूले लगाए है। वही वन विभाग की अनदेखी और देख रेख के अभाव में केवल 4 महीने में ही झूले टूटने लगी हैं और औषधि पेड़ सूखने लगी हैं। वन विभाग के जिम्मेदार अधिकारी सरकार की महत्वकांक्षी योजना को पलीता लगा रहे हैं।जिला मुख्यालय से लगे वन परिसर में स्थित कृष्ण कुंज लोगों के घूमने के लिए बनाया गया था।लेकिन वन विभाग के अधिन उक्त स्थान पर बच्चों के लिए लगाए गए झूले टूटने लगे है। वहीं परिसर में लगाए गए पौधे भी पानी के अभाव में सूखने लगी हैं।नगर पालिका उपाध्यक्ष अनिल यादव ने बताया कि कचहरी चौक स्थित पानी टंकी के पास झूला लगाने की मांग पर शासन से सहमति मिली थी लेकिन यहां के बजाय सुरक्षा के लिहाज से स्थल परिवर्तन करवाकर कृष्ण कुंज वन विभाग देखरेख कर रहा है। हैंडओवर नहीं किया गया है। झूला लगाने में लगभग 10 लाख रुपए खर्च हुए हैं।
बड़े भी बन जाते हैं बच्चे
कृष्ण कुंज में लगे झूलों को देखकर बड़े भी उन पर झूलने लग जाते हैं। झूलों के टूटने का यह भी एक बड़ा कारण है। लेकिन देखरेख ठीक से नहीं होने चलते इनको कोई रोकने वाला नहीं है.यही कारण है इन बच्चों के झूलों पर बड़े भी आकर मनोरंजन करते हैं और बच्चों के झूलों का तोड़ भी देते हैं।