बालोद- बालोद जिले में कोरोना की स्थिति भले ही सामान्य है लेकिन जिले के दल्लीराजहरा में हाल ही में आये कोरोना के एक मरीज के बाद कोरोना को लेकर स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के साथ साथ दल्लीराजहरा के एक निजी स्कूल के अध्यापकों की भी लापरवाही की पोल खोल दी है।
पूरे मामले में मिली जानकारी के अनुसार जिले के अयस्क नगरी दल्लीराजहरा में संचालित एक इंग्लिश मीडियम स्कूल में 23 दिसम्बर से 2 जनवरी तक शीतकालीन अवकाश घोषित किया गया था इस दौरान इस स्कूल के कुछ शिक्षक व स्कुली छात्र सहित उनके परिजनों के अलावा स्वास्थ्य विभाग में पदस्थ एक कर्मचारी छुट्टियां मनाने राजस्थान जयपुर गए हुए थे लेकिन जयपुर से वापसी के बाद स्कूल के एक शिक्षिका का स्वाथ्य खराब होने के बाद उनका एंटीजन टेस्ट किया गया जिसमें शिक्षिका कोरोना संक्रमित पाया गया ।जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग द्वारा उनके संपर्क मे आये कुछ अन्य लोगो का भी कोरोना सेंपल लिया गया लेकिन एंटीजन टेस्ट में अन्य किसी का कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव नही आया बालोद जिले में स्वास्थ्य विभाग के पास आरटीपीसीआर चिप्स पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध नही होने के कारण ऐसे लोगो का भी परीक्षण नही हो पाया जिनका एंटीजन टेस्ट निगेटिव तो लेकिन कोरोना के लक्षण उनमें दिख रहे थे । इस बीच अन्य शिक्षक जिनका एंटीजन कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आया था 2 जनवरी को स्कूल पहुंचे लेकिन उनमें से कुछ शिक्षको के स्वास्थ्य में खराबी के बाद उनका आरटीपीसीआर टेस्ट लेकर सेंपल रायपुर भेजा गया लेकिन इस बीच आज अचानक स्कूल प्रबंधन ने स्कूल के व्हाट्सएप ग्रुप में संस्था के शिक्षक द्वारा आज अपरिहार्य कारणों से एक दिन का स्कूल में अवकाश घोषित कर दिया,।स्कूल में अचानक छुट्टी घोषित किये जाने के बाद कुछ पालकों ने मामले पर पड़ताल किये तो पता चला कि जयपुर से लौटने के बाद कुछ शिक्षकों के सेहत में खराबी थी लेकिन तबियत ज्यादा बिगड़ने और एक शिक्षिका के पॉजिटिव आने के कारण आज स्कूल की छुट्टी कर दी गई लेकिन इस मामले में न केवल स्कूल प्रबंधन बल्कि स्वास्थ्य विभाग की भी बड़ी लापरवाही कही जा सकती है।
30 दिसम्बर को जब एक शिक्षिका कोरोना संक्रमित हुई तो इसके बाद भी संपर्क में आये सभी लक्षण वाले लोगो को सेंपल आरटीपीसीआर के लिए क्यों नही भेजा गया और जितने लोगो का सेंपल भेजा गया उन्हें 4 दिनों तक होम क्वारेन्टाइन क्यो नही किया गया। बड़ा सवाल जिस तरह से नए वेरिएंट को लेकर देश भर में एलर्ट जारी किए जा रहे है उस प्रोटोकॉल का पालन ऐसे वक्त में क्यो नही किया जा रहा है।
बालोद जिले में आरटीपीसीआर टेस्ट किट एक्सपायरी
आपको बतादे आज पूरे विश्व मे कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर जिस तरह से चिंता जाहिर किया जा रहा है । उसकी गंभीरता को देखते हुए केंद्र सरकार भी गाइडलाइन जारी कर लोगो को सावधान रहने की अपील कर रहे है लेकिन दुसरीं तरफ कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर बालोद जिले के स्वास्थ्य विभाग गंभीर नजर नही आ रहे है। आपको बतादे बालोद जिले में कोरोना के सूक्ष्मता से जांच के लिए उपयोग में आने वाले आरटीपीसीआर टेस्ट किट का चिप्स पिछले माह से ही एक्सपायरी हो चुका है लेकिन स्वास्थय विभाग मामले को लेकर गंभीर नजर नही आ रहा है । कोरोना के मामले में सिर्फ एंटीजन टेस्ट के भरोसे ही कोरोना के खिलाफ इस जंग को लड़ने की तैयारी कर रही है जबकि छत्तीसगढ़ के कुछ जिलों में ऐसी स्थितियों में हाल ही में खुले बाजार से आरटीपीसीआर टेस्ट किट मंगाई गई है ताकि नए वेरिएंट के मामले में किसी तरह की कोई लापरवाही न हो
आपको बतादे हाल ही में दल्लीराजहरा में जिस स्कूल की शिक्षिका कोरोना पॉजिटिव आई है उनके साथ तकरीबन 40 लोगो की टीम के अलावा बालोद के स्वास्थ्य विभाग में पदस्थ एक कर्मचारी भी गया हुआ था ऐसे में संपर्क में आए प्रारंभिक लक्षण वाले लोगो का आरटीपीसीआर टेस्ट किया जाना था लेकिन किट की उपलब्धता नही होने के कारण जांच नही हो पाई।