बालोद – बहरहाल जनता की जान और स्वास्थ से खिलवाड़ करने केंद्र और राज्य सरकार द्वारा मुहिम छेड़ दी गयी है,कुछ महीनों पहले मोतियाबिंद के इलाज के लिए आने वाले फण्ड को जनता तक पहुंचने की सुविधा बंद कर जनता की स्वास्थ से खिलवाड़ किया गया।इस योजना को बंद हुए चंद दिन भी नही हुए और अब नेशनल हेल्थ अथॉरिटी द्वारा सिजेरियन डिलीवरी को भी बंद कर दिया गया है,अब अगर गर्भवती महिलाओं को ऑपेरशन से जचकी करनी पड़ी तो उन्हें अपने जेब का पैसा लगाना पड़ेगा या फिर सरकारी अस्पताल में इलाज करवाना पड़ेगा।
जिले में सिरेजीयन डिलीवरी की सुविधा चंद अस्पतालों में उपलब्ध है।ग्रामीण छेत्रो में नार्मल डिलीवरी तक के लिए पूर्ण सुविधा नही है ऐसे में सिरेजियन डिलीवरी होना नामुकिन है।अब अगर जिले के चुनिंदा अस्पतालों में जाये तो एक ही समय मे ज्यादा मरीज की डिलीवरी होना मुमकिन नही,अगर माँ और बच्चे की जान बचना है तो आपको प्राइवेट अस्पताल का सहारा लेना पड़ेगा लेकिन इसके लिए आपको 40 से 50 हजार तक का खर्च उठाना पड़ेगा।
इस संबंध में आम आदमी पार्टी जिलाध्यक्ष दीपक आरदे ने कहा है कि आम गरीब परिवार कहाँ से इतने पैसों का इंतेजाम कर पायेगा,और अगर इलाज नही हो पाए तो जान जोखिम में भी जा सकती है,इसके लिए स्वास्थ्य विभाग पूर्ण रूप से जिमेदार ठहराए जाएगी।
आप जिला मीडिया प्रभारी पंकज जैन ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा योजना को बंद किया गया तो राज्य में बैठी कांग्रेस सरकार को इसका विरोध करना चाहिए था लेकिन राज्य सरकार जनता की पैसों की रेवड़ी इकठा कर रहे है,जनता के पैसों की रेवड़ी आम आदमी पार्टी जनता के लिए खर्च किया जाए यह अपील करती है,केंद्र और राज्य सरकार से की जनता के पैसों को जनता के स्वास्थ के लिए खर्च किया जाए और जनता के बारे में सोच कर फैसला किया जाए।अगर केंद्र और राज्य सरकार जनता को मिलने वाली सेवा को जनता तक नही पहुंचाएगी तो हम जनता के हक के लिए सड़क पर उतरेंगे,और जनता की हक को दिलाकर रहेंगे,साथ ही आम जन से अपील की अपने हक की लड़ाई में आप सब आगे आये और आप का साथ दे।