Û *विजिबल पुलिसिंग एवं नशाखोरी के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही के निर्देश* ।
Û *समस्त थाना प्रभारियों सेे थानों के संबंध में संक्षिप्त में जानकारी पुछे।*
Û *मीटिंग में सीआरपीएफ के अधिकारी से नक्सल ऑप के संबंध में चर्चा किये* ।
पुलिस महानिरीक्षक रायपुर रेंज रायपुर ओ.पी. पाल का जिला गरियाबंद में प्रथम आगमन पर गरियाबंद पुलिस अधीक्षक जे.आर. ठाकुर के द्वारा पुष्प गुच्छ भेंट कर पुलिस जवानों के द्वारा सलामी दी गई।
पुलिस महानिरीक्षक के द्वारा जिले के समस्त अधिकारियों से सभा कक्ष में रूबरू होते हुए मीटिंग लिए। मीटिंग में आई.जी. द्वारा महिला संबंधी, चोरी, सायबर, चिटफण्ड, गांजा, हीरा, अवैध शराब जैसे अपराधों में अंकुश लगाने के संबंध में कडे़ निर्देश दिये।
उपस्थित थाना प्रभारियों एवं राजपत्रित अधिकारियों से अपने अधिनस्थों का समुचित कार्यविभाजन कर कार्य लिए जाने हेतु निर्देशित किया गया। आम नागरिक खासकर गरीब तबके के व्यक्ति पुलिस से कॉपी उम्मीद लेकर थाना पहुंचते है। पुलिस अधिकारी द्वारा फरियादी को बैठाकर शालीनता से उनकी बात को सुने और उनको थाना में सहज महसूस करावें। प्रत्येक पुलिस अधिकारी/कर्मचारी मानवता और देशहित में कार्यवाही करें।
सीआरपीएफ व जिला के अधिकारियों को एक-दूसरे से सामंजस्य स्थापित कर नक्सल उन्मूलन हेतु निर्देशित किया गया। सुरक्षित एवं कारगार नक्सल आपरेशन हेतु दिशा-निर्देश दिए गए साथ ही नक्सल प्रभावित ग्रामों में समुदायिक पुलिसिंग के माध्यम से पुलिस और जनता के बीच आपसी संबंध बढ़ाने और शासन की उच्च महत्वकांक्षी योजनाओं के लाभ के संबंध में जानकारी देने को कहा।
जिले में सक्रिय असमाजिक तत्वों की पहचान कर त्वरित आवश्यक कार्यवाही करने की हिदायत दी गई साथ ही जिले में साम्प्रदायिक सौहाद्र बनाए रखने हेतु प्रत्येक धार्मिक/सामाजिक उत्सव के दौरान समुचित कानून व्यवस्था बनाए रखने हेतु निर्देशित किया गया। रैली, धरना प्रदर्शन एवं अन्य धार्मिक/सामाजिक कार्यक्रम के दौरान समुचित यातायात व्यवस्था की ओर भी ध्यान दिए जाने हेतु हिदायत दी गई।
जिले में सुगम यातयात व्यवस्था हेतु मुख्य रूप से ड्रिकिंग ड्राईविंग, बिना हेलमेट, तीन सवारी, मालवाहक वाहने पर सवारी ले जाने के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही एवं उन्हें यातयात के संबंध में समझाईस दिए जाने हेतु बताया गया।
थाना प्रभारियों को अपने थाना क्षेत्रों के बीट सिस्टम को दूरूस्त करने के साथ ही साथ कम्यूनिटिंग पुलिस के माध्यम से गावं-गांव जा कर जनचौपाल लगाकर लोगों के समस्या सुनकर त्वरित निराकरण करें। गांव में हो रहे सायबर फ्राड, महिलाओं से संबंधित अपराध, बच्चों से संबंधित अपराध, सोशल मीडिया से संबंधित अपराध के संबंध में विस्तृत जानकारी दे। जिससे अमजन जागरूक हो और इस प्रकार के हो रहे अपराध में कमी की जा सके।
सभा कक्षा में मीटिंग के दौरान जिले के समस्त राजिपत्रित अधिकारी, सीआरपीएफ अधिकारी एवं थाना प्रभारी उपस्थित रहें।