बालोद-विद्युत विभाग में संविदा पर कार्यरत कर्मचारी अपने दो सूत्रीय मांगों को लेकर शुक्रवार को कलेक्टोरेट का धेराव करने निकले थे लेकिन पुलिस ने धोटीया चौक में बेरिगेट्स लगाकर रोक दिया। जिसके बाद कर्मचारियों ने शासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए बेरिगेट्स को पार कर कलेक्टोरेट जाने के लिए प्रयास कर रहे थे लेकिन पुलिस की शक्ति के आगे बेरिगेट्स को लांध नही पाई ।इस दौरान कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौपा।बता दे कि छग विधुत सविंदा कर्मचारी सन्ध ने झलमला स्थित गंगा मैया मन्दिर के समीप धरने पर बैठे रहे।जिसके बाद कर्मचारियों ने रैली निकालकर धोठिया चौक पहुचे। विद्युत संविदा कर्मचारी संघ के सदस्य शुभम साहू ने बताया कि कर्मचारी पिछले 57 दिन से हड़ताल पर है। इसमें 22 दिन का कार्य बहिष्कार व 35 दिन से रायपुर स्थित बूढ़ा तालाब धरना स्थल पर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है, लेकिन उनकी मांगों पर अभी तक विचार नहीं किया गया है।न ही मांगों को लेकर उनके पास अब तक कोई जनप्रतिनिधि पहुंचा है। इसलिए 29 अप्रैल को कलेक्टोरेट का घेराव करने का निर्णय लिया गया। कलेक्टोरेट धेराव में पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष देवलाल ठाकुर ,रिंकु शर्मा, छग विधुत सविदा कर्मचारी सन्ध के सदस्यों में टिकेश्वर रावटे, शुभम साहू,सोनी पटेल,तरुण महिलांग सहित बड़ी सख्या कर्मचारी शामिल रहे।
विद्युत संविदाकर्मियों की ये हैं दो प्रमुख मांगें
संविदाकर्मियों की पहली मांग है कि जिस प्रकार पूर्व में भर्ती लाइन परिचारक संविदा कर्मियों को दो वर्ष में नियमित किया जाता रहा है, उसी प्रकार 2016 और 2018 में भर्ती संविदा कर्मियों को भी नियमित किया जाए। वहीं दूसरी मांग लाइन में कार्य के दौरान जितने भी विद्युत संविदा कर्मी शहीद हुए है उनके घर के किसी एक सदस्य को अनुकंपा नियुक्ति दिया जाए।