बालोद-दो सूत्रीय मांग को लेकर विगत 45 दिनों से संघर्षरत विद्युत् संविदा कर्मचारियों पर प्रशासन द्वारा शनिवार को रायपुर में की गई बर्बर पूर्ण कार्यवाही का छत्तीसगढ़ संयुक्त अनियमित कर्मचारी महासंघ घोर निंदा किया है। कर्मचारियों ने सरकार को नियमितीकरण की कार्यवाही शीघ्र प्रारंभ करें, अन्यथा हम भी अनियमित है तो आप भी अनियमित होने की चेतावनी दी हैं।
प्रशासन की कार्यवाही अलोकतांत्रिक
रवि गडपाले प्रांतीय अध्यक्ष छत्तीसगढ़ संयुक्त अनियमित कर्मचारी महासंघ ने कहा कि अपने हित के लिए निहत्थे एवं शांतिपूर्ण तरीके से आन्दोलन करने वाले अनियमित कर्मचारियों पर लाठी, लात-घुंसा चलाकर प्रशासन द्वारा कुचलने का प्रयास किया जा रहा है, इस प्रकार की प्रशासन की कार्यवाही अलोकतांत्रिक है इस कार्यवाही हम भर्त्सना करते है|बता दे कि विद्युत् संविदा कर्मचारियों के भर्ती नियम में 2 वर्ष पश्चात् नियमित करने का उल्लेख है, इसी प्रकार कांग्रेस ने अपने जन-घोषणा पत्र के बिंदु क्र. 11 में नियमितीकरण करने एवं 30 में शासकीय कार्यालयों में आउटसोर्सिंग से नियोजन बंद करने का वादा किया है परन्तु सरकार के 3 वर्ष से अधिक समय होने के उपरांत भी इन बिन्दुओं पर आज तक अमल नहीं किया है जिससे इन कर्मचारियों में भरी आक्रोश है|
तीन वर्षों में सामान्य प्रशासन विभाग संख्यात्मक जानकारी नही कर पाया एकत्र
भूपेंद्र साहू, प्रांतीय सहसचिव एवम जिलाध्यक्ष छत्तीसगढ़ संयुक्त अनियमित कर्मचारी महासंघ नियमितीकरण के सन्दर्भ में माननीय मुख्यमत्री ने अनियमित कर्मचारियों की जानकारी चाही लेकिन 3 वर्ष में सामान्य प्रशासन विभाग संख्यात्मक जानकारी एकत्र नहीं कर पाया? इसी प्रकार नियमितीकरण पर प्राप्त आवेदनों का परिक्षण करने पिंगुआ कमेटी का गठन किया गया पर विगत 3 वर्ष में केवल 2 बैठक ही कर पाया है अद्यतन रिपोर्ट अपेक्षित है|
सरकार नियमितीकरण की कार्यवाही शीध्र प्रारभ करे
शुभम साहू मीडिया प्रभारी, छत्तीसगढ़ संयुक्त अनियमित कर्मचारी महासंघप्रदेश में अनेक अनियमित कर्मचारी संगठनों द्वारा निरंतर धरना-प्रदर्शन, आन्दोलन किया जा रहा है पर सरकार इनके प्रति असंवेदनशील है| कांग्रेस सरकार का यह वर्ताव प्रदेश के लाखो अनियमित कर्मचारियों के साथ एक प्रकार से विश्वासघात है| सरकार नियमितीकरण की कार्यवाही शीघ्र प्रारंभ करें, अन्यथा हम भी अनियमित है तो आप भी अनियमित करने की चेतावनी दी हैं।