बालोद- मनरेगा कर्मचारी महासंध अपनी दो सूत्रीय मांग को लेकर सोमवार को नया बस स्टैंड स्थित टैक्सी स्टैंड में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गए है। अनिश्चितकालीन हड़ताल में जिले के लगभग 500 से अधिक मनरेगा कर्मियों, अधिकारी, कर्मचारी,ग्राम रोजगार सहायक शामिल है। पुरे प्रदेश भर में अब मनरेगा कर्मियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल करने के फैसले के बाद मनरेगा योजना अंतर्गत सभी कार्य पूरी तरह से ठप हो गया।जिससे जिले भर में इस योजना के तहत कार्य कर रहे मजदूरों को रोजगार के लिए बड़ी चुनौती होगी।आप को बता दें की इससे पहले छत्तीसगढ़ मनरेगा कर्मचारी महासंघ ने अपनी 2 सूत्रीय मांग को लेकर प्रदेश सरकार के खिलाफ जिला मुख्यालय में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर विरोध जता चुकी है,लेकिन उनकी मांग पर प्रदेश सरकार द्वारा किसी प्रकार का पहल नहीं किए जाने पर अब जिले भर के मनरेगा कर्मियों ने अनिश्चित कालीन हड़ताल करने का फैसला लिया है।बुधवार को जिले के तहसील कार्यालय में पहुंचकर छग मनरेगा कर्मचारी महासंध के सभी मनरेगा कर्मियों ने मुख्यमंत्री के नान एसडीएम क को ज्ञापन सौंपकर उनकी मांग पूरी नहीं होने पर अनिश्चित कालीन हड़ताल करने एवं धरना प्रदर्शन करने की अनुमति प्रदाय करने की मांग किया था।मनरेगा कर्मियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ मनरेगा कर्मचारी महासंघ के प्रांतीय बैठक में लिए गए निर्णय अनुसार 4 अप्रैल से प्रदेश के सभी 28 जिलों के सभी मनरेगा कर्मी(अधिकारी/कर्मचारी/ग्राम रोजगार सहायक) अनिश्चित कालीन हड़ताल/धरना प्रदर्शन में करने जा रहे हैं,जिसकी सूचना राज्य कार्यालय को पत्र के माध्यम से दिया जा चुका है।
दो सूत्रीय मांगे
उन्होंने बताया की चुनावी जनघोषणा पत्र को आत्मसात करते हुए समस्त कर्मियों का नियमितीकरण किया जावे।साथ ही नियमितिकरण की प्रक्रिया पूर्ण होने तक ग्राम रोजगार सहायक का वेतनमान निर्धारण कर समस्त मनरेगा कर्मियों पर सिविल सेवा नियम 1966 के साथ पंचायत कर्मी नियमावली लागू किया जावे।मनरेगा कर्मियों ने बताया की जब तक उनकी 2 सूत्रीय मांग पूरी नहीं होती तब तक हड़ताल अनिश्चित कालीन समय तक जारी रहेगी।इस दौरान छग मनरेगा कर्मचारी महासंध के जिलाध्यक्ष प्रेम देवांगन, उपाध्यक्ष देवेंद्र हिरवानी,संरक्षक ओमप्रकाश साहू,केके नायक,नीरज वर्मा,तारा दिल्लीवार,मंजूषा साहू,मनीष खोब्रागडे सहित बड़ी सैकड़ो की संख्या में मनरेगा कर्मचारी शामिल थे।