बालोद-बालोद शहर के राष्टवादी विचारधारा के नागरिकों द्वारा गुरुवार को शहर के एक सिनेमाहॉल में कालेज के छात्र-छात्राओं को ‘द कश्मीर फाइल’ फिल्म दिखाई।जिसमे बालोद कॉलेज के 500 छात्र छात्राओं को यह फिल्म निःशुल्क दिखाई गई। आयोजको का इस फिल्म को दिखाने का उद्देश्य देश के युवा को देश की सच्चाई से वाकिफ कराना था।
तत्कालीन सरकारों ने पिछले 32सालों से सच्चाई देश के सामने छुपाई
इस फिल्म के माध्यम से देश का युवा जान पाए की किस तरह कश्मीर जो कि देश का अभिन्न अंग है, वहां से कश्मीरी पंडितो को तलवारों व बंदूकों के दम पर उनके घर से बेदखल कर दिया गया। और तत्कालीन सरकारों द्वारा पिछले 32 सालो से यह सच्चाई देश से छुपाई गई।इस फिल्म को लेकर युवाओं में इतना उत्साह था कि 300 सीट्स की क्षमता के सिनेमा हॉल में अतिरिक्त सीट्स भी कम पड़ गई।500 युवा छात्र छात्राओं से भरे उस हॉल में इस फिल्म का प्रदर्शन किया गया।
वन्दे मातरम और भारत माता के जयकारे से गुंजा सिनेमा हाल
फिल्म के पूर्व आयोजक समिति के सदस्य धीरज शर्मा व शरद ठाकुर ने फिल्म के महत्व की जानकारी छात्रों को दी। साथ ही इस बात से अवगत कराया की निर्माता व निर्देशक का इस फिल्म को बनाने का क्या उद्देश्य हैं।फिल्म के पूर्व व समाप्ति के पश्चात पूरे हॉल में भारत माता की जय, वंदे मातरम व आतंकवाद मुर्दाबाद के नारे गूंजे।यह आयोजन मुख्य रूप से दीपक उपाध्याय, हर्षद पटेल, अश्विन पटेल, संदीप टावरी, अमित जैन, प्रवीण जैन, चेतन पटेल, विनय नामदेव, तरुण राठी, समीर गुप्ता, धनदत्त जैन, अनिल बाफना, रूपेश नाहटा, केशरीकांत साहू, तोमन साहू, राकेश जोशी, अमित सिन्हा द्वारा आयोजित किया गया। यह समस्त जानकारी धीरज शर्मा ने दी।