बालोद-बालोद जिले में हाथियों की दहशत बरकरार हैं। दिन के उजाले में तो हाथियों का दल जंगल में रहता है लेकिन जैसे ही सूरज ढलने लगती है तो हाथी रिहायशी इलाकों की ओर रूख करने लगते हैं। हाथियों के आतंक से एक ओर जहां उस क्षेत्र के लोगों में काफी दहशत है तो वहीं दूसरी ओर हाथियों का दल किसानों की फसलों को भी नुकसान पहुंचा रहा है। वहीं अब खेतों से होकर लोगों के घरों में भी हाथियों का दल पहुंचने लगा है।
भाजपा नेता हाथी प्रभावित गांव का लिया जायजा
गुरुवार को हाथियों का दल गुरुर ब्लाक के मुजालगोदी और पेटेचुवा गांव पहुंच गया। जहां कईयों की फसलें भी बर्बाद किया है। हाथियों के आतंक से प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लेने के लिए भाजपा प्रदेश मंत्री राकेश यादव व पूर्वभाजपा ग्रामीण मंडल अध्यक्ष पालक ठाकुर ग्राउंड जीरो पर जायजा लेने गांव पहुंचे। जहां उन्होंने सबसे पहले मौके पर तैनात वन विभाग के अधिकारी कर्मचारियों से मुलाकात की और स्थिति के बारे में विस्तार से जाना।भाजपा प्रदेश मंत्री राकेश यादव ने कहा कि बालोद के वनांचल क्षेत्रों में पहली बार हाथियों का दल आने से भय का वातावरण है। क्षेत्र के किसान क्षेत्र के मजदूर दहशत में है और लगातार गजराज द्वारा धान की फसल को नुकसान पहुंचा रहा है।किसानों को उचित मुआवजा देने की मांग शासन प्रशासन से किया है।
हाथियों के दहशत से खेती कार्य नही कर पा रहे किसान
जानकारी के अनुसार डौंडी और दल्लीराजहरा वन परिक्षेत्र से विचरण करते हुए चन्दा हाथियों के अलग अलग दलों ने गुरुर वन परिक्षेत्र में डेरा डाला हुआ है। गुरुर ब्लाक के वनांचल क्षेत्र में चंदा हाथियों के दल ने धमक दी है। हाथियों ने ग्राम पेटेचुवा सहित आसपास के क्षेत्र में भारी उत्पात मचाया है। जिससे ग्रामीण डरे और सहमे हुए है। हाथीयों के दल बीते 4-6 दिनों से फसलों को नुकसान पहुचा रहा है। खड़ी फसलों को अपने पैरों से रौंद रहे है। किसानो कई एकड़ में लगी फसलों को हाथियों ने तहस नहस कर दिया है। आलम यह है कि हाथियो की दहशत से ग्रामीण किसान अब खेती कार्य नही कर पा रहे है।
किसानों ने प्रशासन से मुआवजे की मांग की
हाथियों के आतंक से शाम 4 बजते ही लोग अपने घरों से नही निकल रहे है। रात-रात भर आग जलाकर वन अमला और उनके साथ कुछ ग्रामीण निगरानी रख रहे है।किसानों ने हाथियों के आतंक खराब फसलों की मुवावजा का भी मांग प्रशासन से की है..वही जिला वन मंडलाधिकारी ने किसानों के मुवावजा का प्राकलन तैयार कर जल्द ही किसानों को उनके फसल नुकसान दिए जाने की बात कहते नजर आए…आपको बतादे वन कर्मियों की हड़ताल से न केवल विभाग को परेशानी हो रही है बल्कि आम जनता भी खासा परेशान है