बालोद-मनरेगा अधिकारी, कर्मचारी व रोजगार सहायकों ने अपनी लबिंत वेतन व जन धोषणा पत्र 2018 में किए गए वादे सहित दो सूत्रीय मांगों को लेकर सोमवार को जिला मुख्यालय के नया बस स्टैंड स्थित टैक्सी स्टैंण्ड में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौप कर यदि माँगो पर ध्यान नही दिया गया तो छग मनरेगा कर्मचारी महासंध द्वारा अप्रेल माह के प्रथम सप्ताह से कलम बंद कर अनिश्चिकालीन आंदोलन करने की चेतावनी प्रशासन को दी हैं।।इस दौरान जिले भर के रोजगार सहायकों ने धरना स्थल में नगाड़े बजाकर और फ़ाग गीत गाकर विरोध दर्ज किया ।बालोद ब्लाक के अध्यक्ष हिकेश्वर निर्मलकर ने कहा कि छग सहित सपूर्ण भारत मे महात्मा गांधी राष्टीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना की शुरुवात केंद्र में काग्रेस सरकार के द्वारा फरवरी 2006 में किया गया था।भारत ग्राम प्रधान देश हैं।इस महत्वकांक्षी इज्ना से ग्रामीण क्षेत्रो के गरीब परिवारों के जीवन स्तर में काफी सुधार हुआ है।इस योजना के जमीनी स्तर पर कार्य करने वाले समस्त अधिकारी कर्मचारी ,ग्राम रोजगार सहायक ,राज्य,जिला,जनपद एव ग्राम पंचायत में आज भी संविदा मानदेय पर अलप वेतन में कार्यरत है।मनरेगा के मजदूरों को भी 100 दिवस रोजगार प्रदाय करने एवं 15 दिवस के भीतर मजदूरी भुगतान की गारंटी होती हैं परन्तु हम मनरेगा कर्मियों की नोकरी की कोई गारंटी नही होती।जिस प्रकार से शिक्षा कर्मियों को नियमित किया गया हैं उसी प्रकार मनरेगा कर्मियों को भी नियमित करने की मांग शासन से की हैं।
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मनरेगा कर्मियों का पांच माह का वेतन भुगतान करने की मांग शासन से की
गुंडरदेही ब्लाक के अध्यक्ष टीकाराम साहू ने कहा कि विगत चार से पांच माह से मनरेगा कर्मियों का वेतन भुगतान व विगत तीन वर्षों से वेतन वृध्दि लंबित हैं।इस सबंध में 2 मार्च को जिला कलेक्टर के माध्यम से पँचायत मंत्री टीएस सिंहदेव के नाम ज्ञापन सौप कर यथाशीघ्र कार्यवाही करने की मांग किया गया था।इस होली पर्व पर मनरेगा कर्मियों को उक्त माँगो को तत्काल पूरा करते हुए हमें होली महापर्व पर नियमितीकरण की सौगात प्रदान करने की मांग शासन से किया है। मांग को पूरा नही किया गया तो छग मनरेगा कर्मचारी संध के बैनर तले अप्रेल माह के प्रथम सप्ताह से कलम बंद कर अनिश्चितकालीन आंदोलन करने की चेतावनी शासन प्रशासन को दिया हैं।
छग मनरेगा कर्मचारी महासंध की दो सूत्रीय मांगे
छग मनरेगा कर्मचारी महासंध की दो सूत्रीय मांगों में प्रमुख रूप से चुनावी जन धोषणा पत्र को आत्मसात करते हुए समस्त मनरेगा कर्मियों का नियमितीकरण किया जावे।नियमितीकरण की प्रकिया पूर्ण होने तक ग्राम रोजगार सहायकों का वेतनमान निर्धारण कर समस्त मनरेगा कर्मियों पर सिविल सेवा नियम 1966 के साथ पंचायत कर्मी नियमावली लागू किया जावे।धरना प्रदर्शन में हिकेश्वर निर्मलकर,टीकाराम साहू,मुकुंद नेताम,परमेश्वर ,गजानंद सहित बड़ी सख्या में जिले भर के छग मनरेगा कर्मचारी महासंध के पदाधिकारी व सदस्य शामिल रहे है।