बालोद-बालोद जिले में पिछले दो दिनों से हो रही बेमौसम बारिश के कारण दूसरे दिन भी मंगलवार को धान खरीदी का कार्य बुरी तरह से प्रभावित रहा। सोमवार के बाद मंगलवार को भी जिले के सभी 138 केंद्रों में धान की खरीदी ठप्प रही। बारिश की वजह से उठाव की रफ्तार धीमी हो गई है।सोमवार से शुरू हुई बेमौसम बारिश मंगलवार को भी रूक रूककर होती रही।
बेमौसम बारिश से धान खरीदी व्यवस्था पूरी तरस से चरमराई
इधर बेमौसम बारिश से धान खरीदी व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। जिला प्रशासन के तमाम निर्देशों के बावजूद खुले आसमान तले रखे धान को सुरक्षित रखने कैप कह्वर के पुख्ता इंतजाम नहीं थे। जिसके कारण अधिकतर जगहों पर धान भीग गए है। बारिश ने धान की सुरक्षा पर खतरा बढ़ा दिया हैं हालांकि धान की सुरक्षा को लेकर प्रशासन ने पूरी ताकत झोंक दी है। बावजूद जिले के उपार्जन केंद्रों में धान सुरक्षित नहीं है। आधे-अधूरे कैप कह्वर में धान की पूरी छलनियां भीग गई है।
धान को बारिश से बचाने की मशक्कत
गुरुवार को भी खरीद केंद्रों में धान को बारिश से बचाने मशक्कत देखी गई। इधर किसान भी खेत खलिहान में अपने धान को बचाने मशक्कत करते रहे। कुल मिलाकर दो दिनों से हो रही बेमौसम बरसात ने किसानों की परेशानी भी बढा दी है।
खरीदी के साथ उठाव भी प्रभावित
नोडल अफसर एसके वैदे ने बताया कि बारिश से मंगलवार को जिले के138 केंद्रों में धान खरीदी नहीं ह़ुई। अब आगे मौसम खुलने और जमीन सूखने का इंतजार है। ऐसी स्थिति कब तक आएगी,यह अभी बता पाना संभव नहीं है। डीएमओ राहुल कुमार ने बताया कि जिले में अब तक 37 लाख 86 हजार क्विंटल धान की खरीदी हो चुकी है। जिसमें से 16 लाख 50 हजार क्विंटल धान का परिवहन हो चुका है। 21 लाख क्विंटल धान का उठाव भी जल्द किया जाएगा। जो वर्तमान में केंद्रों में सुरक्षित है।
बारिश से दलहन-तिलहन फसल को होगा नुकसान
कृषि विभाग के उप संचालक नागेश्वर लाल ने बताया कि बारिश की वजह से दलहन तिलहन फसल जैसे तिवड़ा, चना, गेहूूं को नुकसान होने की संभावना है, क्योंकि इन फसलों को धान की तुलना में कम पानी की जरूरत पड़ती है। अभी हो रही बारिश से जिन खेतों में पानी का भराव होगा उस हालात में नुकसान होगा। जहां पानी निकासी की सुविधा है वहां ज्यादा नुकसान नहीं होगा। साग सब्जियों को भी नुकसान होगा।
आगे बढ़ेगी टोकन की तारीख
जिले में पिछले दो दिनों से बारिश होने से खान खरीदी पूरी तरह से ठप है। ऐसी स्थिति में सोमवार और मंगलवार को धान बिक्री के टोकन मिलने के बाद भी किसान खरीदी केंद्रों में निर्धारित तारिख को अपना धान नहीं बेच सके। ऐसे किसानों की टोकन की तारिख आगे बढ़ा दी जाएगी।