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*ठंड और कोहरे के बीच छोटे बच्चे ठिठुरते हुए पहुच रहे आत्मानंद विद्यालय..तो इधर प्राचार्य बोले अब ऑनलाइन होगी पढ़ाई*

बालोद-बालोद जिले में इन दिनों धने कोहरे और कड़ाके की ठंड पड़ रही है ,जिससे सभी लोग बेहाल हैं,लेकिन सबसे ज्यादा छोटे छोटे बच्चों को इस ठंड से जूझना पड़ रहा है । ऐसे में धने कोहरे और ठंड के बीच जिला मुख्यालय के स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी मीडियम विद्यालय में जाना उनके लिए कितना कष्टदायी होता है,यह सहज अंदाजा लगाया जा सकता है। रोज ठंड से ठिठुरते बच्चों को सुबह में स्कूल जाते दिख लोग अफ़सोस भी जताते नजर आते हैं। बता दे कि स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी मीडियम विद्यालय में ठंड जब कुछ कम थी तो स्कूल सुबह साढ़े नौ बजे था तो छात्रों को कुछ राहत मिलती थी,लेकिन सोमवार से सुबह साढ़े सात बजे से स्कूल संचालन की अवधि कर दी गई है।वही छोटे छोटे स्कूली बच्चे निर्धारित समय से स्कूल पहुच जाते है लेकिन शिक्षक निर्धारित समय पर नही पहुच पा रहे है।उक्त विद्यालय में 10 से 15 किमी की दूरी से बच्चे अध्यापन करने के लिए विद्यालय पँहुचते है।

ठंड और कोहरे के बीच छोटे बच्चे ठिठुरते हुए पहुच रहे आत्मानंद विद्यालय

जानकारी के अनुसार जिला मुख्यालय के एक मात्र स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी मीडियम विद्यालय के फरमान से सुबह साढ़े सात बजे स्कूल लगाई जा रही है। ठंड और कोहरे के बीच छोटे बच्चे ठिठुरते हुए स्कूल पहुंच रहे हैं।आत्मानंद विद्यालय में प्रथम पाली में क्लास वन से लेकर क्लास 5 तक के बच्चों की क्लास लगाई जा रही है। जिसमे तीन साल से लेकर 12 साल तक के बच्चे पढ़ते हैं, उन्हें सर्दी में सुबह साढ़े सात बजे स्कूल पहुंचना मुश्किल हो रहा है।जिले में पिछले चार दिन से सुबह में कोहरा भी है। इसके बीच कड़ाके की सर्दी में स्कूल पहुंचना छोटी कक्षाओं के बच्चों के लिए मुश्किलें खड़ी कर रहा है।जिसको लेकर बच्चों के पालकों ने भी विरोध किया है।

मुसीबत अभिभावकों की

इस सर्दी में सुबह जल्दी उठकर बच्चों को स्कूल भेजना अभिभावकों के लिए भी बड़ी मुसीबत है। स्कूल संचालक की मनमानी पर अभिभावकों ने विरोध करते हुए कहा कि सर्द हवाओं में घर से बाहर निकलने पर बड़े-बड़ों की हिम्मत जवाब दे जाती है किंतु निष्ठुर हुए स्कूल संचालक को नन्हे मासूमों पर जरा सा भी तरस नहीं और स्कूल की समय सुबह साढ़े 9 बजे करने की बजाए सुबह साढ़े सात बजे स्कूल बुलाकर इनकी जान जोखिम में डाल रहे हैं।

 

धुंध-सर्दी में बच्चों को मोटरसाइकिल में बिठाकर स्कूल पहुचाते है अभिभावक

घनी धुंध-कोहरा की चादर बिछी रहने से सुबह के समय थोड़ी दूरी पर दिखाई देना मुश्किल है। ऐसे में 10 से 15 किमी की दूरी से बच्चों को लेकर अभिभावक मोटरसाइकल में बिठाकर स्कूल पहुचाते है। इससे सर्दी की ठिठुरता व खतरा और भी बढ़ जाता है।दूरदराज से आने वाले बच्चों को स्कूल आने में ज्यादा दिक्कत हो रही है। कोहरे ने परेशानी और बढ़ा दी है। बच्चों के स्वास्थ्य पर इसका असर पड़ रहा है। साथ ही स्कूटी, बाइक और साइकिल से स्कूल आने वाले बच्चों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अभिभावकों ने कहा कि चार दिन से जिस तरह सुबह धने कोहरे और ठंड हो रही है, उसमें बच्चों को स्कूल जाने में काफी परेशानी हो रही है। सुबह-सुबह ठंड में जाने से काफी दिक्कत हो रही है, स्कूल का समय बदलना चाहिए।

हमारे विद्यालय में इंटरब्यू चल रही है।जिसके चलते बच्चे नही विद्यालय नही आएंगे। बुधवार से क्लास 01 से क्लास 5 तक के बच्चों की पढ़ाई 10 से 2 बजे तक ऑनलाइन से पढ़ाई होगी। बच्चों के अभिभावकों को मैसेज कर दिया गया है।अगले सप्ताह से विद्यालय रेगुलर चलेगी

 जार्ज तुली प्राचार्य

स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी मीडियम विद्यालय बालोद

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