राजनांदगांव- पिछले कुछ माह से बालोद जिले में तबाही मचाने के बाद अब हाथियो का दल राजनांदगांव जिले में पहुंच चुका है जहां मोहला ब्लॉक में हाथियों का उत्पात जारी है हाथियों ने भूरसा टोला और धोवेदंड गांव में दो कच्चे मकानों को तोड़ डाला और धान व मक्के की फसल को चौपट करते हुए आगे बढ़ गए ।हाथियों का दल से मकान तोड़े जाने के बाद दहशत में आए ग्रामीणों ने स्कूल की छतों पर रात गुजारी।ग्रामीण दहशत के साए में जी रहे हैं हाथियों का दल अभी भी जंगलों में विचरण कर रहा है ग्रामीण क्षेत्र में दहशत का माहौल है वन विभाग की टीम इन छेत्र में लगी हुई है। हाथियों की संख्या लगभग 12 से 13 बताई जा रही है।
विओ- हाथियों ने ग्रामीण क्षेत्रों में जमकर उत्पात मचाया। भूरसा टोला गांव में धान की खड़ी फसल को चौपट कर दिया जो लगभग 4 से 5 एकड़ में लगा हुआ था और यह खेत वही के दो अलग-अलग ग्रामीणों का है जिसे हाथियों ने नष्ट कर दिया है और उनके पद चिन्हों के निशान यहां देखे जा सकते हैं इसके बाद ग्रामीण दहशत में हैं साथ ही भूरसा टोला में ही मकान को हाथियों ने नुकसान पहुंचाया है जहां ग्रामीण दहशत के साए में जीने मजबूर हैं। घर के साथ बाइक को भी हाथियों ने नुकसान पहुंचाया है और यह महिला अब वन विभाग और प्रशासन से उम्मीद कर रही है कि उसके घर की जो छति हुई है उसका मुआवजा मिले ताकि वह फिर से अपने आशियाने को बना सके।
हाथियों के झुंड में लगभग 12 से 13 हाथी बताए जा रहे हैं जिसे देखने की ग्रामीणों के द्वारा पुष्टि की गई है वहीं किसान की फसल चौपट होने के बाद किसान परेशान हैं और वन विभाग और प्रशासन से यह उम्मीद लगाए बैठे हैं कि उनकी छती पूर्ति जल्दी से जल्दी मिले और किसान की खेतों की जो नुकसान हुआ है उसकी भरपाई जल्दी से जल्दी हो लगभग 4 से 5 एकड़ में लगी हुई खड़ी धान की फसलों को हाथियों ने रौंद डाला है। जिसमें किसान अब चिंतित नजर आ रहे हैं। वही बड़ा सवाल यह भी है कि बालोद जिले से करीब 23-24 हाथियो का दल राजनांदगांव जिले की ओर रुख किया था लेकिन ग्रामीणो द्वारा 12-13 हाथियो का दल मोहला ब्लाक में होने की पुष्टि के बाद बाकी हाथी दलों की जानकारी अब तक नही मिल पाई जो कि विभाग व लोगो के लिये चिंता का विषय है