बालोद – छत्तीसगढ़ में आज किसानों का प्रमुख पोला त्यौहार बड़ी धूमधाम से मनाया गया…बालोद जिले में किसानों ने अपने बैलों को सजाकर पारंपरिक रीति रिवाजों से उसकी पूजा की.खेती का कार्य पूरी तरह बंद रहा..घरों में छत्तीसगढ़ी व्यंजन ठेठरी, खुरमी, गुठिया पकाए गए..तो वही डौंडी ब्लॉक के आदिवासी वनांचल ग्राम ठेमाबुजुर्ग में पोला त्यौहार बड़ी ही धूमधाम से मनाया गया….. जहां गांव के मैदान में ग्रामीणों द्वारा अपने-अपने बैल को सजा कर लाया गया…. जहाँ बैलों ने बैल दौड़ प्रतियोगिता में भाग लिया….. इसके साथ-साथ ही आसपास के ग्रामीण भी अपने बैलो को सजा कर लाए…. वही बच्चों के द्वारा नृत्य नाट्य और कृष्ण लीला की भी प्रस्तुति की गई….. इस दौरान महिला बाल विकास मंत्री के प्रतिनिधि पीयूष सोनी मौजूद रहे….. वहीं ग्रामीणों ने पारंपरिक रीति रिवाजों से बड़े उत्साह से पोला त्यौहार मनाया…
आपको बता दे कि सावन महीने के बाद आने वाला पोला त्यौहार ग्रामीण क्षेत्रों में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है….. जहां कृषक अपने बैलों की पूजा करते हैं…. वहीं कई सारे मीठे पकवान भी बनाए जाते हैं….. इसी दौरान ग्राम ठेमाबुजुर्ग में भी इस त्यौहार को आसपास के ग्रामीणों ने मिलकर बड़े धूमधाम से मनाया..
… सभी ग्रामीण मैदान में जमा हुए और वही बैलों को सजा कर रखा गया…. कृष्ण लीला भी बच्चों द्वारा प्रस्तुत की गई खेलकूद और कई तरह के आयोजन भी किए गए…. इस दौरान सभी ग्रामीण काफी खुश नजर आये इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पीयूष सोनी,सरपंच लोकेश्वरी देवहारे, सुहागा विश्वकर्मा, पुरुषोत्तम राजपूत सहित अन्य ग्रामीण व गौसेवा समिति के सदस्य व पदाधिकारी मौजूद रहे।