बालोद-जिले की जीवन दायिनी तांदुला जलाशय के कैचमेंट एरिया में शासन प्रशासन माइनिंग परमिशन में तकनीकी त्रुटि को दो विभागों ने मिलीभगत कर ठेकेदार के लिए अवसर बना दिया जिसके चलते तांदुला के कैचमेंट एरिया से खनिज माफिया द्वारा नियमविरुद्ध चैन माउंटेन से मुरुम खोदा जा रहा है ज्ञात हो कि पूरे मामले पर जिला कलेक्टर बालोद खनिज शाखा द्वारा ग्राम पंचायत सिवनी स्थित शासकीय भूमि तांदुला जलाशय के क्षेत्र खसरा नंबर 421 ,रकबा 208.97 हेक्टेयर क्षेत्र में तांदुला परियोजना के जगतरा -जामगांव बी के पास एक्वाडक्ट मरम्मत कार्य से एकत्रित गौण खनिज मुरुम एवं स्टोन चिप्स ( पत्थर) का परिवहन करने की अनुमति ठेकेदार को दिया है लेकिन ठेकेदार राकेश गुप्ता द्वारा एकत्रित खनिज संपदा का परिवहन न कर उस आदेश का मखौल उड़ाते हुए विभाग के अधिकारियों के नाक के नीचे दिनदहाड़े तमाम तरह के नियम कानून को ताक में रखकर चैन माउंटेन से मुरुम खोदकर धड़ल्ले से परिवहन किया जा रहा है। इस मामले को लेकर जल संसाधन विभाग के अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने भी ठेकेदार के ऊपर ठीकरा फोड़ते हुए अपने सबंधित अधिकारी को ठेकेदार के काम को बंद करवाने आदेशित किया है।इस प्रकार से दो विभाग के अधिकारियों और ठेकेदार की मिलीभगत से मुरुम उत्खनन का बड़ा खेल चल रहा है।
जिला खनिज विभाग द्वारा जारी किया गया अनुमति पत्र में बताया गया कि ग्राम पंचायत सिवनी स्थित तांदुला जलाशय क्षेत्र खसरा नंबर 421 रकबा 208.97 हेक्टेयर क्षेत्र में तांदुला परियोजना के जगतरा -जामगांव बी के पास एक्वाडक्ट मरम्मत कार्य से एकत्रित गौण खनिज मुरुम मात्रा 5160 धनमीटर एव स्टोन चिप्स ( पत्थर) मात्रा 2112 धनमीटर को परिवहन किए जाने के लिए कलेक्टर के आदेश के तहत 3 जुलाई 2021 से 02 अक्टूबर तक 03 माह की अविधि के लिए विभिन्न शर्तो के साथ खनिज परिवहन करने का अनुमति दिया गया है।जिला प्रशासन के आदेश का ठेकेदार द्वारा दरकिनार कर धज्जियाँ उड़ाते हुए सारे नियमो को ताक में रखकर बेधड़क मुरुम उत्खनन किया जा रहा है।
जल संसधान , खनिज विभाग व ठेकेदार की मिलीभगत से चल रहा है बड़ा खेल
वही सिचाई विभाग के जिम्मेदार अधिकारी द्वारा परसोदा नहर लाइनिग में मुरुम फिलिंग वर्क करने के लिए तांदुला जलाशय के कैचमेंट एरिया से मुरुम खनन करने की बात कही गई पर विभाग ने ठेकेदार को उक्त जगह पर मुरुम कि खोदाई करने एनओसी ही जारी नही हुआ है।खनिज विभाग द्वारा ठेकेदार को केवल एकत्रित गौण खनिज मुरुम परिवहन करने की अनुमति दिया गया है।वही तांदुला जलाशय के कैचमेंट यरिया में ठेकेदार द्वारा चैनमाउंटें से मुरुम उत्खनन कर परिवहन करने की जानकारी जल ससाधन व खनिज विभाग के अधिकारियों को होने के बाद भी किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही नही किया गया है।इससे साफ है दोनों सबंधित अधिकारी और ठेकेदार की मिलीभगत से बड़ा खेल कर शासन को चुना लगा रहे है।
जलाशय के अंदर सीने को चीरकर मुरुम निकालकर जलाशय के आस्तित्व को खतरे में डाल रहे है ठेकेदार
वहीं दूसरी ओर इसी काम की आड़ में तांदुला डेम के अंदर सीने को चीरकर अवैध मुरुम निकाल कर जलाशय के अस्तित्व को ही खतरे में डाल रहे हैं। ठेकेदार और अधिकारियों की मिलीभगत से जलाशय के कैचमेंट यरिया में बुधवार को भी मुरुम उत्खनन धड़ल्ले से किया जा रहा है।उक्त स्थल पर पहुचकर जब मुरुम उत्खनन का आदेश या रॉयल्टी पर्ची मांगने पर चैन माउंटेन व हाइवा के चालक द्वारा ठेकेदार के पास होने की बाते कही गई।लेकिन ठेकेदार द्वारा उक्त आदेश कॉपी को लेकर स्थल में नही पहुचा इससे साफ जाहिर है कि कहीं न कहीं से ठेकेदार के साथ अफसरों के मधुर संबंध हैं जिसके कारण ही संरक्षित क्षेत्र में चल रहे अवैध खनन पर लगाम लगाने में अधिकारी अक्षम साबित हो रहे हैं।
मुरुम उत्खन्न बंद करने ठेकेदार को किया आदेशित
तांदुला जलाशय के कैचमेंट यरिया में चल रहे मुरुम खनन को बंद करवाकर ठेकेदार के ऊपर नियमानुसार पेनाल्टी लगाकर कार्य को बंद करने आदेशित किया गया है। एस के टीकम ,कार्यपालन अभियंता,जल संसाधन विभाग बालोद