रक्षाबंधन पर बालोद उपजेल में छत्तीसगढ़ व अन्य प्रदेशों से राखी लेकर पहुंचे बंदियों के परिजन…जेल प्रशासन ने कोरोना
बालोद- भाई बहनों के अटूट प्रेम का पर्व रक्षाबंधन पर जेल में कैद भाइयों से नहीं मिल पाई बहनें…कोविड-19 प्रोटोकॉल को देखते हुए इस बार भी जेल प्रशासन ने बंदियों से मुलाकात को पूर्ण प्रतिबंध कर दिया….जिसके चलते बालोद जिले के अलावा अन्य जिलों व अन्य प्रदेशों से भी बहने अपने भाई के लिए राखी लेकर बालोद उपजेल पहुंची…जहाँ उनकी मुलाकात अपने भाइयों से तो नही हुई बल्कि अपने साथ लाये सामानों को भाई तक पहुंचाने ड्यूटी पर तैनात जेल कर्मियों को पैसे देने पड़े
..दरअसल कोविड-19 के कारण इस बार भी रक्षाबंधन में भाइयों से मिलने की अनुमति नहीं ढ़ी गई….जिससे बालोद जेल में इस वर्ष भी रक्षाबंधन कार्यक्रम रद्द किया गया…. तो वही जेल प्रशासन द्वारा राखी को जेल के बाहर से लेने तथा उसे संबंधित बंदियों तक पहुंचाने की व्यवस्था की गई है…लेकिन इस मामले में जेल में पहुंचे बंदियों के परिजनों कि माने तो उनका साफ कहना है कि आज सरकार कोरोना के नियमों में सभी तरह की छूट दे चुकी है…आम लोगो को सभी नियमों से मुक्त भी किया जा चुका है..लेकिन जेल बंद कैदियों के बहनों को छूट नही मिलने पर निराश दिखे..वही परिजनों ने आरोप लगाया कि उनके द्वारा अपने भाइयों के लिए लाए राखी व अन्य सामानों को अंदर पहुंचाने के लिए ड्यूटी पर तैनात सिपाहियों द्वारा उनसे 2 सौ से 5 सौ रुपए तक मांग की जाती है….जिसको लेकर जेल में पहुंचे लोगो मे जेल प्रशासन को लेकर नाराजगी देखी गई