बालोंद- सेनानी 14 वी सशत्र के आरक्षक किशन बंजारे ने बहादुरी और बुद्धिमता का परिचय देते हुए कर्तव्य ईमानदारी और मानवता की ऐसी मिसाल पेश की है जो हर नागरिक के लिए प्रेरणा का स्रोत है। मंगलवार को वाहिनी मुख्यालय धनोरा के समीप ही सिचाई नहर में दो नाबालिक युवती पानी मे डूबने लगी थी। युवती को बचाने के लिए अपनी जान की परवाह न करते हुए आरक्षक किशन बंजारे ने नहर में छलांग लगा दी और दोनों युवती को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। जानकारी के अनुसार मंगलवार को वाहिनी मुख्यालय धनोरा के समीपस्थ सिचाई के लिए निर्मित नहर में स्नान करने के लिए अपने रिश्तेदार के साथ आई ग्राम भरदा निवासी साक्षि साहू पिता मेधनाथ साहू व उसके धर के सामने नानी के धर मेहमान आई आकांक्षा निषाद पिता दीनू निषाद उम्र 12 वर्ष नहाते समय पानी की तेज बहाव में बहते हुए डूबने लगी ।इस दौरान दोनों युवतियों को पानी की धार में बहते और डूबते हुए देख कर साक्षि की माता द्वारा जोर जोर से आवाज देकर सहायता करने के लिए गुहार लगाई।इस दौरान निकट में ही उपस्थित इकाई के आरक्षक क्रमांक 288 किशन बंजारे द्वारा धटना की गभीरता को देखते हुए बिना देरी किए हुए अपनी जान की परवाह न करते हुए तत्काल नहर में छलांग लगाकर डूबती हुए दोनों युवतियों सकुशल बहार निकाला।इस दौरान श्यामलाल निवासी भरदा ,इकाई के आरक्षक सूरज यादव,एवीसी यादराम साहू द्वारा भी डूबती हुई दोनों युवतियों को बाहर निकालने में सहायता किया।सेनानी 14 वी छसबल धनोरा को उक्त धटना की जानकारी होने पर आर 288 किशन बंजारे द्वारा किए गए सराहनीय कार्य की भूरी भूरी प्रशंसा करते हुए नगद पुरुस्कार से पुरुस्कृत किया गया ।
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- नहर में नहाते वक्त दो नाबालिग युवतियों को अपने जान जोखिम में डालकर बचाया जवान ने..तो जवान की वीरता को देख अधिकारी ने भी किया सम्मान