प्रदेश रूचि

कुसुमकसा समिति प्रबंधन ने निकाला था फरमान: 50% बारदाना किसानों को लाना होगा, विरोध में जनपद सदस्य संजय बैस आए सामने, प्रबंधन ने फैसला लिया वापसस्वच्छता दीदीयो द्वारा धरना प्रदर्शन कर अंतिम दिन रैली निकालकर मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को सौंपा गया ज्ञापनउप मुख्यमंत्री अरुण साव ने वृद्धाश्रम में बुजुर्गों के साथ केक काटकर अपने जन्मदिन की शुरुआत की..वही बालोद जिले के भाजपा नेताओ ने भी लोरमी पहुंचकर दिए बधाईपांच दिनों के शांतिपूर्ण आंदोलन के बाद ट्रांसपोर्टरों का बीएसपी प्रबंधन के खिलाफ प्रदर्शन…… माइंस की गाड़ियों को रोक किया चक्काजाममुख्यमंत्री साय अब ट्रेन से भी करेंगे राज्य के विविध क्षेत्रों का दौरा….बिलासपुर में आयोजित कवि सम्मेलन सुनने अमरकंटक एक्सप्रेस से हुए रवाना…मुख्यमंत्री ने कहा – ट्रेन से यात्रा का आनंद ही अलग होता है


अब इस प्रसिद्ध माता के मंदिर के आसपास के क्षेत्रों में भालू का हो चुका दस्तक…वन अमला जुटा अब फिर से भालू की तलाश में

राजनांदगांव-राजनांदगांव जिले की धर्म नगरी डोंगरगढ़ के मां बम्लेश्वरी मंदिर में भालू देखा गया है। जहां पिछले कुछ सालों से लगातार भालू के निकलने की खबरें सामने आती रहती है, मंदिर के आसपास इलाके में रविवार को दो बार भालू देखा गया। दिन में पहाड़ों के बीच दिखा, फिर रात में नीचे मंदिर तक पहुंच गया।


मंदिर के आसपास मौजूद पहाड़ियों पर भालू दिन में देखा गया

मंदिर के आसपास मौजूद पहाड़ियों पर भालू दिन में देखा गया।रविवार की देर रात करीब 11 बजे एक भालू को नीचे मां बम्लेश्वरी मंदिर के सामने के क्षेत्र में घूमते स्थानीय लोगों ने देखा। जिसके बाद यह पूरे शहर में चर्चा का विषय बन गया और लोगों का हुजूम देखने उमड़ पड़ा। भालू बम्लेश्वरी हॉस्पिटल के पीछे के क्षेत्र से घूमते हुए मंदिर के सामने मुख्य मार्ग पर आ गया और फिर रणचंडी मंदिर परिक्रमा पथ के पास आखिरी बार देखा गया। जिसके बाद से कुछ पता नहीं चल पाया है कि आखिर भालू कहां गया।
बड़ा सवाल यह है कि आखिर भालू शहर की ओर क्यों आ रहे हैं? अभी दो दिन पहले ही भालू राजनांदगांव के शहरी क्षेत्र में घुस गया था, जिसे काफी मशक्कत के बाद पकड़ा गया था। और अब डोंगरगढ़ के मंदिर परिसर तक पहुंच गया है।वन विभाग के सामने बड़ी चुनौती इस बात की है कि आखिर बार-बार भालू शहरी क्षेत्र की तरफ रुख क्यों कर रहे है। क्या जंगलों में पर्याप्त मात्रा में उनके लिए भोजन नहीं है, या फिर पीने के पानी की तलाश में भालू शहर की ओर रुख कर रहे है?
फिलहाल मां बम्लेश्वरी मंदिर में भालू को लेकर लोगों में दहशत है, कि आखिर वो कहां गया, कहीं वो मंदिर परिसर के आस पास तो नहीं है। क्या वन विभाग भालू का रेस्क्यू करेगा, या फिर उसे वहीं मंदिर के पीछे जंगलों में खदेड़ेगा। राजनांदगांव DFO गुरुनाथन एन से फोन से संपर्क किया गया, लेकिन उनसे बात नहीं हो पायी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!