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सीएम व गृहमंत्री के गृहजिला में बालोद जिले के एक सैन्यकर्मी का परिवार के साथ हो रहा पुलिस ही कर रहा अन्याय… न्याय की गुहार लगाते थाने से लेकर पहुंच चुका आईजी कार्यालय

बालोद-बालोद जिले के का एक सैनिक परिवार जिनका एक पुत्र चैतन्य साहू जो देश के शांति सेना दल में शामिल होकर लेबनान में संयुक्त राष्ट्र के शांति मिशन में अपना योगदान दे रहे है वही दुसरीं तरफ परिवार आज दुर्ग जिला पुलिस के नंदनी थाना के मनमानी के चलते पुलिस कार्यालयों के चक्कर काटने को मजबूर है

सैनिक चैतन्य साहू के भाई गौरव साहू एक निजी कंपनी में कार्यरत हैं जिसके साथ दुर्ग पुलिस सौतेला व्यवहार कर रही है।गौरव साहू द्वारा रवि ताम्रकार के खिलाफ रिपोर्ट पर कार्यवाही करने के लिए थाना प्रभारी से लेकर एसपी और दुर्ग रेंज के आईजी कार्यलय के चक्कर लगाकर न्याय की गुहार लगा चुके हैं लेकिन अब तक न्याय नही मिली। दुर्ग जिला के ग्राम बोडेगांव निवासी रवि ताम्रकार के खिलाफ होंडा एसपी 125 वाहन क्रमांक सीजी 24 पी 6311 को लूटकर ले जाने की रिपोर्ट गौरव साहू ने 12 जून को नंदनी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है ।लेकिन पुलिस द्वारा कांग्रेसी नेता रवि ताम्रकार का बचाव करते हुए उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज नही करने की बाते कही जा रही है।जिससे दुर्ग पुलिस पर सवालिया निशान उठने लगी है।रवि ताम्रकार के खिलाफ पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही नही करने पर 16 जून को दुर्ग के एसपी को लिखित शिकायत दर्ज किया है।लेकिन अब तक एसपी द्वारा इस मामले पर आज तक कोई कार्यवाही नही किया गया है।

कंपनी द्वारा किसान के बैक एकाउंट में किया जा चुका है भुगतान

गौरव साहू ने बताया कि एक्शन हाईबेज प्रा.ली. कंपनी में ब्रीडिंग टेक्नीकल ऑफिसर के पद पर कार्यरत है।जहाँ पर बीज उत्पादन का कार्य होता है।बीज उत्पादन करने के लिए कृषि भूमि खसरा नंबर 7/1,7/2,एवं 148 कुल रकबा 02 हेक्टेयर को रेधा में लिए थे और इसका करार कृषक और कपंनी के बीच हुआ था तथा इस पूरे लेनदेन से उनका कोई लेनादेना नही है वही किसान को 5 जून 2019 को 21हजार 500 रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से पांच एकड़ का कुल कीमत 01 लाख 75 हजार रुपये में जिसे 23 जून 2020 को पुनः कृषि भूमि रेधा प्रति एकड़ 22 हजार 575 रुपये में लिए थे।जिसका कुल कीमत 01 लाख 12 हजार 875 रुपये में लिए थे।जिसका भुगतान कंपनी द्वारा किसान के बैक एकाउंट में किया जा चुका है।

जहाँ जाना है जाओ ,जहाँ भी कराओ एफआईआर

गौरव साहू ने बताया कि उक्त रेघा (कंपनी और कृषक का अग्रीमेंट) सुभाष चंद्र ताम्रकार एवं कंपनी से है।उक्त भूमि स्वामी के द्वारा उक्त भूमि स्वामी के द्वारा किसी प्रकार का आपत्ती नही है।किंतु उसके भाई के द्वारा गौरव साहू को कंपनी से 80 हजार रुपये दिलाओ तभी तुम्हारे वाहन को ले जाओ ,नही तो जहाँ जाना है जाओ या जहाँ भी एफआईआर कराओ कहकर हौंडा वाहन को छीन लिया।उक्त धटना की शिकायत थाना नंदनी नगर में 12 जून 2021 को किए थे जिसमें पुलिस द्वारा आज तक कोई कार्यवाही नही किया गया है।इसके साथ पुलिस ने आवेदन को तीन दिनों तक थाने में रखा था,गौरव साहू ने बताया कि 15 जून को थाना प्रभारी से मिलकर सबंधित शिकायत के बारे में लिए तो उनके द्वारा कहा गया कि मैं रिपोर्ट नही लिख सकता ।आप उनका पैसा दे दो और अपनी वाहन को ले जाओ।इससे साफ झाहिर होता है कि उक्त थाना प्रभारी द्वारा रवि ताम्रकर से मिलकर हमारी रिपोर्ट नही लिख रही है।

सीएम और गृहमंत्री के गृहजिले में सैन्य परिवार के साथ हो रहा अन्याय

मामले में जहां किसान एक कांग्रेसी नेता है तथा एग्रीमेंट भी किसान और सीधे कंपनी के बीच है ऐसी स्थिति में किसान के भाई द्वारा दबंगई दिखाकर कंपनी के कर्मचारी का बाइक लूटकर ले जाना एक दंडनीय अपराध है और मामले पर पीड़ित द्वारा सारे तथ्यों के आधार पर शिकायत के बावजूद पीड़ित का शिकायत थाना प्रभारी द्वारा नही लिखा जाना पुलिस की अपने कार्य के प्रति कर्तव्यनिष्ठा को दर्शाता है यही नही थानेदार द्वारा सीधे आरोपी का पैरवी करना दुर्ग जिले के पुलिस व्यवस्था की पोल खोलती है ..जबकि दुर्ग जिला खुद सूबे के मुखिया व गृहमंत्री का गृह जिला है बावजूद इसके पुलिस द्वारा एक सैन्य परिवार के शिकायत की अनदेखी कर दोषी को सरंक्षण देना पूरे प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल उठाती है बहरहाल देखना होगा सूबे के मुखिया के गृह जिले में इस सैन्य परिवार को न्याय के लिए और कितना भटकना पड़ता है तथा दबंगई दिखाकर वाहन लूटने वालो को पुलिस आगे भी अपना सरंक्षण देगी या कार्यवाही करेगी….?

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