बालोद बालोद जिले के जनपद पंचायतों में इन दिनों अध्यक्ष चुनाव जारी है.वही गुरुवार को बालोद जिले के सबसे हाई प्रोफाइल सीट गुरूर जनपद अध्यक्ष चुनाव में भाजपा सदस्य आपस में बट गए.इस पूरे चुनाव में जहां कांग्रेस अपना प्रत्यासी नही उतार पाए तो वही भाजपा दो गुट में बट गए.जिसके बाद भाजपा ने जनपद पंचायत अध्यक्ष के लिए सुभद्रा ईशा प्रकाश साहू को अपना अधिकृत प्रत्याशी के रूप मैदान में उतारा वही उम्मीदवार हार गए।जबकि भाजपा से बागी होकर इस चुनाव को लडने वाले महिला प्रत्यासी सुनीता साहू 1 वोट से चुनाव जीतकर जनपद अध्यक्ष बन गए ,तो वही उपाध्यक्ष के लिए भाजपा उम्मीदवार दुर्गानंद साहू निर्विरोध उपाध्यक्ष चुन लिया गया
इस चुनाव में भाजपा से बागी होकर चुनाव जीतकर जनपद अध्यक्ष बने सुनीता साहू ने कहा कि आगे वे भाजपा पार्टी में रहकर काम करेंगे और क्षेत्र के विकाश लिए लगातार मिलजुलकर काम करने की बात कहते नजर आए.।.जबकि निर्विरोध उपाध्यक्ष चुनकर आए दुर्गानंद साहू ने कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि कांग्रेस आज देश और प्रदेश कही नही है.वही कांग्रेस ने इस चुनाव में अपना उम्मीदवार भी नही उतार पाए
नए जनपद अध्यक्ष के खिलाफ होगी प्रदेश स्तर पर शिकायत
बालोद जिले के गुरुर जनपद पंचायत में अध्यक्ष चुनाव में भाजपा में हुए बगावत की आग रायपुर प्रदेश कार्यालय तक पहुच गई है, भाजपा इस मामले में अनुशासन का डंडा चलाने वाली है,मामले में आप को बता दे कि गुरुर जनपद पंचायत में 21 सदस्य है जिसमे 18 भाजपा और 3 कांग्रेस के सदस्य चुनाव जीत कर आये।जहा भाजपा को अपना अध्यक्ष बनाने के लिए पूर्ण बहुमत था और भाजपा ने शुभद्रा साहू को अपना अधिकृत प्रत्याशी बना कर अध्यक्ष पद पर चुनाव में उतरा वही भाजपा की ही सुनीता साहू ने बागी होकर निर्दलीय अध्यक्ष पद के लिए नामंकन भरा जिसमे कांग्रेस के सदस्य समर्थक और प्रस्तावक बने, जिसके बाद सुनीता साहू को 11 तो शुभद्रा साहू को 10 मत मिले,,भाजपा सदस्यों ने अपने ही अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ क्रॉस वोटिंग कर दिया और निर्दलीय उम्मीदवार सुनीता साहू चुनाव जीत गई,इस चुनाव में कांग्रेस ने अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद पर अपना उम्मीदवार मैदान में नही उतरा,मगर भाजपा के बागी को अपना समर्थन देकर अध्यक्ष बना दिया,जिसके बाद पूरा मामला अब राजनीतिक तूल पकड़ने लगी है । इस पूरे मामले को लेकर भाजपा जिलाअध्यक्ष चेमन देशमुख ने कहा कि अगर बागी प्रत्याशी कांग्रेस के समर्थक प्रस्तावक से चुनाव जीती है तो वो कैसे भाजपा समर्थित कहलायेगी, ये भाजपा के अनुशासन के खिलाफ है, इसमे कार्यवाही होगी
भाजपा जिलाध्यक्ष चेमन देशमुख ने इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा की भाजपा के पास पूरा समर्थन था और संगठन द्वारा तय किए प्रत्याशियों को क्रॉस कर तथा कांग्रेस पार्टी के सदस्यो से समर्थन लेकर चुनाव जीतने वाले भाजपा समर्थित नहीं कहला सकते । चेमन देशमुख ने कहा की मामले को लेकर प्रदेश संगठन से शिकायत की जाएगी और इस भीतरघात में शामिल लोगो पर कार्यवाही के लिए प्रदेश स्तर पर चर्चा का आगे निर्णय लिया जाएगा।
आपको बतादे चेमन देशमुख ने भाजपा जिलाध्यक्ष का पद संभालते ही संगठन में कई बदलाव किए और इसी का नतीजा पिछले दिनों हुए निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में देखने को मिला ज्यादातर जगहों पर भाजपा को ऐतिहासिक जीत मिली लेकिन गुरुर जनपद में भाजपा को पूर्ण बहुमत होने के बावजूद कुछ जनपद सदस्यो ने भाजपा से भीतरघात कर कांग्रेस से हाथ मिलाकर जनपद अध्यक्ष बना लिए जिसे भाजपा जिला संगठन ने अस्वीकार करते हुए सीधे कार्यवाही के संकेत दे दिए।