बालोद, जिले में प्रदेश रुचि के खबर का बड़ा असर हुआ है…और खबर प्रकाशन के बाद प्रशासन की टीम हरकत में आई और जो किसान पिछले 7- 8 सालो में करीब 30 से 40 बार प्रशासन के दरवाजे खटखटा चुके थे । लेकिन अचानक आज प्रशासन की टीम उस किसान के घर पहुंच गया..और बंदोबस्ती में प्रशानिक त्रुटि के चलते किसान के जमीन की माप में हुई गड़बड़ी को सुधारने की कयावद प्रारंभ हो गई…जिसके बाद पीड़ित किसान ने भी प्रदेशरुचि का आभार जताया और बोले की जिस समस्या को लेकर वे वर्षो से आवेदन लगाकर थक चुके थे मामले पर आजतक किसी ने ध्यान नहीं दिया ऐसे मामले को आप लोगो के द्वारा उठाया गया है और इसी के चलते प्रशासन की टीम उनके द्वार तक पहुंची।
हालांकि प्रशासन के द्वारा उनके घर तक पहुंचकर जो रिपोर्ट बनाया गया उससे किसान संतुष्ट नजर नहीं आए किसान ने कहा की आप लोगो के खबर से प्रशासन की टीम आई जरूर लेकिन इस बार भी उनके द्वारा महज खानापूर्ति कर उनसे पेपर में हस्ताक्षर करवा लिया गया लेकिन उनकी जमीन के संबंध में जो परेशानी बनी हुई थी आज भी वह यथावत है।
क्या है पूरा मामला
*किसान को कलेक्टर जनदर्शन पहुंचकर क्यों कहना पड़ा… मुझे मेरे परिवार सहित एक साथ प्रभु ईशा मसीह की तरह जनदर्शन कार्यक्रम की दीवार में खीला ठोकवाकर लटका दिया जावे ताकि डौंडीलोहारा के अधिकारियों को भारत रत्न से नवाजा जा सके*
⬇️⬇️⬇️⬇️⬇️⬇️